हफीजुल्लाह मीर पर यह हमला तब हुआ, जब वह दक्षिणी कश्मीर के अचबल क्षेत्र स्थित अपने आवास के पास थे। वह अनंतनाग में तहरीक-ए-हुर्रियत के जिलाध्यक्ष थे। वह इसके अलावा कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद शाह गिलानी के करीबी थे। मीर इससे पहले दो सालों से जेल में थे और बीते महीने ही रिहा होकर आए थे।
जम्मू और कश्मीर में सुबह तहरीक-ए-हुर्रियत के नेता हफीजुल्लाह मीर पर अज्ञात ने गोली चला दी। हादसे में वह जख्मी हुए, जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें अनंतनाग के जिला अस्पताल ले जाया गया।
पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।गोली कहां लगी और किसने चलाई? इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
‘कश्मीर लाइफ’ की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी पत्नी भी इस हमले में जख्मी हुईं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, ‘ग्रेटर कश्मीर’ पर चली खबर में दावा किया गया कि तहरीक-ए-हुर्रियत ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि मीर को फोन पर जान से मारने की धमकियां मिली थीं।
तहरीक-ए-हुर्रियत के एक नेता ने स्थानीय मीडिया को बताया कि कुछ दिनों से मीर के घर के आसपास कुछ अंजान लोग देखे जा रहे थे। आरोप है कि वे उनके घर में खिड़कियों व दरवाजों से ताक-झांक करते थे।