बरेली-लालकुआं रेलवे ट्रैक से 41 पेंड्रोल क्लिप निकालकर ट्रेन पलटाने की कोशिश किए जाने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी।
इस दौरान पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि नशे की लत को पूरा करने के लिए दोनों आरोपितों ने पेंड्राल क्लिप निकालकर बेच दी थीं।
पुलिस का दावा है कि नशे का शौक पूरा करने के चक्कर में दोनों ट्रेन पलटाने की कोशिश कर बैठे।
बहेड़ी कस्बे का अतीत पहले भी दागदार रहा है। 80 के दशक में खालिस्तान समर्थक आतंकियों की मौजूदगी रही थी।
रामपुर के सीआरपीएफ कैंप पर हमले और कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं में भी यहां का नाम आ चुका है। मुंबई हमले में भी एक युवक की भूमिका संदिग्ध होने पर छानबीन हुई थी।
बुधवार को बरेली-लालकुआं रेलवे ट्रैक पर गांव परोही के पास क्लिप निकाली गई थीं। यह क्लिप आधा किलोमीटर के बड़े हिस्से से गायब थीं।
इतना ट्रैक खतरे की जद में था। गनीमत रही कि कोई हादसा होने से पहले ही पता चल सका। सूत्रों के मुताबिक, चोर सामान्य तौर पर चार-छह क्लिप ही नजर बचाकर निकाल सकते हैं।
इतनी बड़ी संख्या में एक साथ एक ही दिन क्लिप गायब होना साजिश की तरफ भी इशारा कर रहा है।
पुलिस सभी पहलुओं को लेकर जांच कर रही है। मामला गंभीर है, इसलिए पूरी सतर्कता से कार्रवाई की जा रही है।
कई लोगों से पूछताछ हुई। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा। -कृष्ण मुरारी दोहरे,कोतवाल बहेड़ी
क्लिप निकलने की सूचना पर मैं मौके पर गया था। निरीक्षण किया, लेकिन कुछ भी बोलने के लिए मैं अधिकृत नहीं हूं। -आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, सहायक मंडल इंजीनियर, इज्जत नगर रेल मंडल