प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सुनवाई के दौरान वायु सेना अधिकारियों को तलब किया और उनसे लड़ाकू विमानों के तकनीकी पक्षों पर सवाल किए। द इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,
अदालत में एअरफोर्स के वाइस चीफ और डेप्युटी चीफ की मौजूदगी में एअरफोर्स के असिस्टेंट चीफ (ACAS), एअर वाइस-मार्शल (AVM) जे चलापति ने सीजेआई के सवालों के जवाब दिए।
रफाल सौदे को लेकर जारी सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने वायु सेना अधिकारियों से कुछ सवाल पूछे। पूरे मामले में सैन्य अधिकारियों के जवाबों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ACAS ने बताया कि रूसी मूल का Su30MKI भारतीय सेना में शामिल किया जाने वाला सबसे ताजा लड़ाकू विमान है जिसका निर्माण 2021 तक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) करेगा।
सीजेआई के सवाल के एक जवाब में चलापति ने Mirage2000 के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रफाल बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी डसॉ एविएशन का यह एअरक्राफ्ट 1985 में वायु सेना के बेड़े में जोड़ा गया था।
AVM ने शीर्ष अदालत को यह भी बताया कि लड़ाकू विमान की पीढ़ी को श्रेणी-गत करने की कोई मानक परिभाषा नहीं है, मगर Su30MKI चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। HAL द्वारा बनाया गया स्वदेशी तेजस लाइट कॉम्बैट एअरक्राफ्ट (LCA) की बियान्ड विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल अभी वायु सेना में शामिल की जा रही है, इसे 3.5+ पीढ़ी में रखा जा सकता है। उन्होंने दोनों को ”चौथी और तीसरी पीढ़ी के बीच” रखा।
यह भी पता चला है कि सुप्रीम कोर्ट ने वायु सेना प्रमुख, एअर मार्शल बीएस धनोआ को बुलाया था मगर वह तिरुवनंतपुरम जा रहे थे। AVM चलापति सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट पहुंचे,
इसके बाद वाइस चीफ एअर मार्शल अनिल खोसला और डेप्युटी चीफ ऑफ एअर स्टाफ, एअर मार्शल वीआर चौधरी आए। तीनों अधिकारी सीजेआई गोगोई, जस्टिस एसके कौल और जस्टिस केएम जोसेफ की बेंच के सवालों का जवाब देने पहुंचे थे।
सुप्रीम कोर्ट में कुछ इस तरह हुआ संवाद:
CJI: भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाने वाला लेटेस्ट लड़ाकू विमान कौन सा है?
ACAS: Su30MKI, 2021 तक निर्माण जारी है, HAL डिलीवरी दे रहा है।
CJI: बेंगलुरु में बन रहा है?
ACAS: नहीं सर। इन्हें HAL की नासिक डिविजन में बनाया जा रहा है। इसके अलावा LCA बेंगलुरु में बन रहा है और वायु सेना में शामिल किया जा रहा है। मैं LCA पायलट रहा हूं और यह एक शानदार एअरक्राफ्ट है।