बाजारों में 60 से 70 रुपये किलो प्याज कीमते, गरीब आदमी की थाली से प्याज हो रहा गायब

0
इटौंजा लखनऊ प्याज के दाम बाजार में बेतहाशा बढ़ने के कारण लोगों के रसोई से प्याज गायब होता जा रहा है। खाने का स्वाद फीका हो गया है, प्याज खाने के स्वाद को चटपटा बना देता है। इस समय प्याज गरीबों को नसीब नहीं हो पा रहा है। बढ़ती महगाई में बढ़ते प्याज के दामो ने आम आदमी को रुला कर रख दिया है। सब्जियों में आलू और टमाटर की बढ़ती कीमतों ने पहले ही गरीब आदमी की नाक में दम कर रखा था, ऊपर से प्याज के बढ़ते दामो ने तो मानो आदमी की कमर ही तोड़ दी है। इस कोरोना काल मे आम आदमी की आमदनी पर पहले से ही ग्रहण लगा है।
बी के टी व इटौंजा क्षेत्र के नागरिकों ने बताया कि बाजारों में इस समय प्याज ₹50 से लेकर ₹70 किलो तक बिक रहा है इससे नागरिकों को प्याज खरीदने में उनकी रूह कांप जाती है। बी के टी, महोना, इटौंजा, कुंम्हरावा, महिगवा अमानीगंज व मानपुर मंडी में प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। गरीब आदमी प्याज की तरफ देखकर मंहगाई की झार से आंसू आ जाते है। प्याज के बिना सब्जी बेस्वाद लगती है।
इटौजा के तरुण अवस्थी ने बताया कि प्याज के भाव तो आसमान को छू ही रहे हैं, बाकी अन्य सब्जियो एव दालों की क़ीमत में भी मंहगाई इस कदर बढ़ी है कि आम आदमी बिना सब्जी दाल के रोटी खाने को मजबूर है।सरकार जमाखोरों पर नही लगा पा रही अंकुश
महगाई का आलम यह है कि आम आदमी के जेब खाली होती जा रही है किन्तु सरकार जमाखोरों पर अंकुश लगाने में असफल साबित हो रही है, जिसका खामियाजा बेचारी गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है।
महेंद्र मिश्रा की रिपोर्ट राष्ट्रीय जजमेंट इटौजा लखनऊ

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More