इंजीनियर की नौकरी छोड़ रंगीन मुर्गी चूजों का किया व्यवसाय (कहानी सच्ची है) ग्रामीण बैक यार्ड कुक्कुट विकास योजना ने दिखाई राह
कटनी जिले के हीरापुर कौड़िया के गाताखेड़ा निवासी युवक विमल खन्ना ने बीई कम्प्यूटर साइंस की इंजीनियरिंग डिग्री लेने के बाद नौकरी छोड़कर पशुपालन विभाग की ग्रामीण बैक यार्ड कुक्कुट विकास योजना से रंगीन मुर्गी चूजों के उत्पादन और विक्रय का व्यवसाय अपनाया। पूरी मेहनत और लगन के साथ विमल खन्ना वर्तमान में साढ़े सात लाख रुपये वार्षिक से कहीं ज्यादा आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।