कानपुर: पनकी मंदिर में हुआ बवाल, बड़े महंत का कमरा सील
कानपुर में श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी के बड़े महंत रमाकांत बाबा के गोलोकवासी होने के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर विवाद और बढ़ गया है।
बालक दास, सुरेश दास व कृष्ण दास के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। बुधवार को पनकी मंदिर के पुजारी ने ब्रह्मलीन महंत रमाकांत के कमरे का ताला तोड़ उस पर कब्जा कर लिया।
महंत कृष्णदास ने इसका विरोध किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कमरा बंद करवा दिया। उसके बाद प्रशासनिक अफसरों को जानकारी दी।
प्रशासन के दखल देने के बावजूद पनकी मंदिर में ब्रह्मलीन हुए महंत रमाकांत की गद्दी को लेकर विवाद जारी है।
मंदिर के पुजारी महंत बालक दास ने बुधवार को दिवंगत महंत के कमरे का ताला तोड़ कब्जा कर लिया। महंत कृष्ण दास को इसकी जानकारी हुई। उन्होंने तुरंत इसका विरोध किया।
मगर बालक दास ने न तो कमरे से कब्जा छोड़ा और न ही उसे बंद किया। विवाद गहराया तो कृष्णदास ने पनकी पुलिस को सूचना दी।
पनकी एसओ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल कमरे को बंद करवा दिया गया है। दोनो पक्षों से कहा गया है कि वह विवाद न करें।
पनकी मंदिर चौकी इंचार्ज को मामले में नजर रखने को कहा गया है। अब प्रशासन ही तय करेगा कि आगे क्या होगा।
डीएम ने सीज कराया बड़े महंत का कमरा-संपत्ति
तीनों के बीच विवाद बढ़ता देख डीएम ब्रह्मदेव राम तिवारी ने देर शाम एसीएम 7 व सीओ कल्याणपुर को मंदिर भेजकर बड़े महंत रमाकांत बाबा की संपत्ति को सीज करा दिया।
साथ ही मंदिर के ऊपरी प्रांगण में ताला लगवा दिया है। बालक दास, सुरेश दास व कृष्ण दास को सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि तीनों लॉकडाउन तक कोई भी विवाद न करते हुए अपने-अपने कमरों में रहेंगे।
ऐसा न होने के सूरत में सख्त कार्रवाई की जाएगी। तय हुआ कि लॉक डाउन तक मंदिर का कामकाज यथावत रहेगा।
डीएम को ज्ञापन, माल हड़पने का आरोप
बड़े महंत रमाकांत बाबा 9 मई को गोलोकवासी हो गए थे। उनका षोडसी संस्कार 23 मई को हुआ था। तब से रमाकांत बाबा के उत्तराधिकारी को लेकर बालक दास, सुरेश दास व कृष्ण दास में विवाद चल रहा है।
डीएम के हस्तक्षेप से षोडसी संस्कार तक मामला शांत हो गया था। बुधवार को सुरेश दास ने डीएम को ज्ञापन दिया, ज्ञापन में बताया गया है कि अनूपपुर गांव में करीब 12 से 15 लाख का गेहूं रखा था जिसको कृष्णदास ने गुपचुप तरीके से बेच दिया है।
साथ ही रमाकांत बाबा के कमरे में रखी संपत्ति, रुपया, सोना-चांदी के साथ आवश्यक कागजात पर भी कब्जा कर लिया है।
बाबा के कमरे में कब्जा कर लिया गया