71 साल की बुजुर्ग महिला को “डिजिटल हाउस अरेस्ट” कर लूटे 2.49 करोड़, साइबर सेल ने लखनऊ में दबोचे तीन शातिर

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने डिजिटल अरेस्ट के एक सनसनीखेज मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला को फर्जी पुलिस और जांच एजेंसी का अधिकारी बनकर “डिजिटल अरेस्ट” करने और 2 करोड़ 49 लाख रुपये ठगने वाले तीन मुख्य आरोपी लखनऊ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिए गए हैं।

साइबर सेल के डीसीपी अदित्य गौतम ने बताया कि ठगों ने महिला को वीडियो कॉल पर डराया-धमकाया कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है और पूरा परिवार जेल जाएगा। डर के मारे बुजुर्ग महिला ने कई किस्तों में कुल 2.49 करोड़ रुपये अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। आरोपी लगातार ठिकाना बदल रहे थे, लेकिन साइबर सेल की टीम ने तकनीकी निगरानी और लोकल खुफिया जानकारी के आधार पर लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर तीनों को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों में म्यूल अकाउंट खोलकर देने वाला लखनऊ निवासी अर्जुन सैनी (20 वर्ष), ठगों को म्यूल अकाउंट सप्लाई करने वाला विमलेश (19 वर्ष) और मोहम्मद अबीद उर्फ मुबश्शिर (20 वर्ष) शामिल हैं।

डीसीपी अदित्य गौतम ने बताया कि इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र के नेतृत्व में एसआई जगसीर सिंह, एएसआई संजय, हेड कांस्टेबल मोहित मलिक और हेड कांस्टेबल गौरव की टीम ने यह कार्रवाई की। पूरी ऑपरेशन की देखरेख एसीपी अनिल शर्मा कर रहे थे। गैंग का तरीका बेहद खतरनाक था। फर्जी पुलिस बनकर पीड़ित को “डिजिटल हाउस अरेस्ट” करते थे, वीडियो कॉल पर पूरे दिन नजर रखते थे और पैसे ट्रांसफर करवाते थे। पैसा आते ही म्यूल अकाउंट के जरिए कई लेयर में घुमाकर तुरंत ATM से निकाल लिया जाता था। इस मामले में अब तक कुल 6 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि दो अन्य को जांच के दौरान बाउंड डाउन किया जा चुका है। बाकी साथियों की तलाश और लूटे गए पैसों की रिकवरी के लिए छापेमारी जारी है।

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