सतबारी में विदेशियों को ठगने वाला इंटरनेशनल कॉल सेंटर ध्वस्त, 8 ठग रंगे हाथ पकड़े गए

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के दक्षिण जिले ने साइबर ठगों के खिलाफ चलाए जा रहे ‘साइ-हॉक’ ऑपरेशन के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। मेहरौली थाना क्षेत्र के सतबारी में बड़ी मस्जिद के पास गली नंबर-3 स्थित एक इमारत के तीसरे तल पर चल रहे अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापा मारकर पुलिस ने 8 शातिर ठगों को रंगे हाथों धर दबोचा। ये ठग विदेशी नागरिकों को माइक्रोसॉफ्ट का सर्टिफाइड टेक्नीशियन बताकर कंप्यूटर हैक होने का डर दिखाते थे और अमेजन, एप्पल, सेफोरा जैसे गिफ्ट कार्ड के जरिए लाखों-करोड़ों की ठगी कर रहे थे।

दक्षिण जिला पुलिस के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि साइबर टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि सतबारी में एक बड़ा ठगी का अड्डा चल रहा है। सूचना के इसके बाद मेहरौली थाना पुलिस की टीम ने शुक्रवार देर रात छापेमारी की तो वहां 8 ठग विदेशी ग्राहकों से लाइव बात करते और उनके कंप्यूटर पर रिमोट एक्सेस लेकर ठगी करते पकड़े गए। मौके पर 8 लैपटॉप पर विदेशी नागरिकों से लाइव कॉल चल रही थी।

पुलिस ने मौके से 11 मोबाइल फोन, 11 लैपटॉप (8 पर लाइव ठगी चल रही थी), 15 हेडसेट, 2 वाई-फाई राउटर सहित भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया। मास्टरमाइंड मोहित जुनेजा सहित सरथक शर्मा, हितेश, रेहान, प्रणव, अभिषेक, मानव तनेजा और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। सात आरोपियों को कोर्ट से दो दिन की पुलिस रिमांड मिल गई है।

ऐसे चलाते थे ठगी का खेल 

ठग विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर पर फर्जी पॉप-अप भेजते थे, जिसमें लिखा होता था कि उनका सिस्टम हैक हो गया है या वायरस आ गया है। घबराए हुए व्यक्ति जैसे ही दिए गए टोल-फ्री नंबर पर कॉल करते, ये लोग AnyDesk और TeamViewer से रिमोट एक्सेस लेकर फर्जी रिपेयर दिखाते और गिफ्ट कार्ड के जरिए पैसे ऐंठते थे। ये लोग iBeam, X-Lite जैसे डायलर ऐप और VoIP सर्विस का इस्तेमाल करते थे।

मेहरौली थाने में धारा 318(4), 319(2), 61(2), 3(5) बीएनएस और आईटी एक्ट की धारा 66सी व 66डी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि जब्त डिवाइस से डेटा निकाला जा रहा है। ठगों के बैंक खातों और मनी ट्रेल की जांच चल रही है। जल्द ही इनके बड़े हैंडलर और अन्य साथियों तक पहुंच बनाई जाएगी।

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