करोल बाग में नकली ऑटो पार्ट्स का गोरखधंधा पकड़ा, ₹90 लाख के जाली सामान जब्त, दो गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करोल बाग में नकली ऑटोमोबाइल पार्ट्स के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में करीब 90 लाख रुपये की कीमत के जाली ऑटो पार्ट्स जब्त किए गए, जो मशहूर ब्रांडों, खासकर होंडा के नाम और पैकेजिंग के साथ बेचे जा रहे थे। यह ऑपरेशन उपभोक्ताओं की सुरक्षा और प्रतिष्ठित कंपनियों की साख को खतरे में डालने वाले अवैध कारोबार पर बड़ा प्रहार है।

क्राइम ब्रांच की AGS इकाई को करोल बाग में नकली ऑटो पार्ट्स की बिक्री की गुप्त सूचना मिली। इसके आधार पर 29 अगस्त को डीसीपी हर्ष इंदोरा के निर्देश पर इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार की अगुवाई में कई टीमें बनाई गईं। इनमें एसआई आगम, मुकेश, ब्रज लाल, एएसआई नरेंद्र, सुरेंद्र, एचसी धर्मराज, विनोद, तारिक, अनूप और दीपक शामिल थे। एसीपी भगवती प्रसाद की निगरानी में दो ठिकानों—श्री रामदेव मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और के. होंडा पॉइंट—पर एक साथ छापेमारी की गई। इस दौरान दो आरोपियों, सुरेश कुमार और पोला राम को गिरफ्तार किया गया।

डीसीपी हर्ष इंदोरा ने बताया कि श्री रामदेव मोटर्स, नईवाला से 25 कार्टन होंडा जेन्युइन पार्ट्स के नाम पर, 100 स्कूटी लगेज बॉक्स, 32 जोड़ी ब्रेक शू, 29 क्लच प्लेट्स, 28 प्रोटेक्टर मफलर, 32 ब्रेक शू सेट, 27 होंडा एक्टिवा आर्म कवर, नकली होंडा स्टिकर और के. होंडा पॉइंट से 800 थ्रॉटल, 200 विविध केबल, 400 ब्रेक केबल, 200 स्पीडोमीटर केबल, 100 क्लच केबल, 550 एयर फिल्टर, 290 कैमशाफ्ट, 40 चेन सेट, 42 अतिरिक्त एयर फिल्टर 50 प्लास्टिक इनर कवर, 22 हेडलाइट कवर, 154 एमआरपी स्टिकर और 4 होंडा ब्रांडिंग वाले बाहरी पैकिंग बॉक्स बरामद किया है। इस मामले में क्राइम ब्रांच थाने में कॉपीराइट एक्ट की धारा 63 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

सस्ते पार्ट्स को जाली पैकेजिंग में बेचा  

आरोपियों ने स्थानीय निर्माताओं से सस्ते नकली पार्ट्स मंगवाकर उन्हें होंडा के जाली लेबल, होलोग्राम और पैकेजिंग के साथ ब्रांडेड बनाया। ये पार्ट्स, जैसे ब्रेक शू और पैड, सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं थे, जिससे उपभोक्ताओं की जान को खतरा था। छापे में प्रिंटिंग मशीनें, ब्रांडिंग स्टैंप और पैकिंग सामग्री भी जब्त की गई। ये नकली सामान डीलरों, थोक विक्रेताओं और रिपेयर शॉप्स को OEM सरप्लस या “एक्सपोर्ट रिजेक्ट” के नाम पर बेचा जाता था। ज्यादातर सौदे नकद में और जाली चालानों के साथ होते थे। कुछ सामान ऑनलाइन भी असली के रूप में बेचा जा रहा था।

डीसीपी ने बताया कि पोला राम (41 वर्ष) राजस्थान के मूल निवासी, करोल बाग में रहता है। पहले बेंगलुरु में ऑटोमोबाइल दुकान में काम करता था। 2015 में दिल्ली आया और पार्ट्स की सप्लाई शुरू की। दो साल पहले भाई बाला राम के साथ बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टिक पार्ट्स की फैक्ट्री शुरू की, जो घाटे में गई। फिर नकली होंडा पार्ट्स बनाना शुरू किया। एक साल पहले दुकान खरीदी और जाली पार्ट्स बेचने लगा। 6-7 महीने पहले दरियागंज DIU ने छापा मारा था। उसने सप्लायर्स की जानकारी देने का वादा किया। सुरेश कुमार (26 वर्ष) राजस्थान के जालौर जिले का निवासी। श्री रामदेव मोटर्स में मैनेजर। 2019 में दुकान पर छापा पड़ा था, जिसके बाद नकली होंडा पार्ट्स का स्टॉक कम किया। मुनाफे के लालच में फिर छोटे पैमाने पर जाली पार्ट्स बेचने लगा। छापे में पकड़े जाने पर पछतावा जताया।

डीसीपी हर्ष इंदोरा ने कहा, “नकली ऑटो पार्ट्स का कारोबार उपभोक्ताओं की सुरक्षा और ब्रांड्स की साख के लिए खतरा है। हम इस तरह के अवैध धंधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेंगे।” पुलिस अब सप्लाई चेन की गहराई से जांच कर रही है।

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