संत निरंकारी मिशन ने समर्पण दिवस पर बाबा हरदेव सिंह को दी श्रद्धांजलि, ‘हरदेव वचनामृत’ का विमोचन

नई दिल्ली: संत निरंकारी मिशन ने समर्पण दिवस के अवसर पर युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह महाराज की पुण्य स्मृति में एक भावपूर्ण वर्चुअल संत समागम का आयोजन किया। सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज और निरंकारी राजपिता के सान्निध्य में हुए इस समागम में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। इस दौरान सतगुरु माता सुदीक्षा ने बाबा की शिक्षाओं को जीवन में उतारने का आह्वान किया और ‘हरदेव वचनामृत’ पुस्तक का विमोचन किया।

सतगुरु माता ने अपने संबोधन में कहा, “बाबा हरदेव सिंह का जीवन प्रेम, त्याग, सेवा और समर्पण का प्रतीक था। सच्चा समर्पण केवल शब्दों या सोशल मीडिया तक सीमित नहीं, बल्कि यह हमारे कर्मों और व्यवहार में झलकना चाहिए।” उन्होंने श्रद्धालुओं से आत्म-विश्लेषण कर विनम्रता, क्षमा और प्रेम जैसे गुणों को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “समर्पण दिवस हमें यह सोचने का अवसर देता है कि क्या हम बाबा की शिक्षाओं को अपने जीवन में जी रहे हैं।”

कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने गीत, कविता और भजनों के माध्यम से बाबा की करुणा और प्रेम को याद किया। सतगुरु माता ने श्रद्धेय अवनीत जी का स्मरण करते हुए उन्हें सच्चा गुरसिख और समर्पण की मिसाल बताया।

समारोह का विशेष आकर्षण रहा ‘हरदेव वचनामृत’ का विमोचन, जिसमें बाबा हरदेव सिंह जी के उपदेशों और सत्संग वचनों का संकलन है। यह पुस्तक प्रेम, सेवा, विनम्रता और एकत्व जैसे मूल्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती है, जो हर पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगी।

संत निरंकारी मिशन के अनुसार, बाबा की शिक्षाएं आज भी श्रद्धालुओं के अंतर्मन में जीवंत हैं। सतगुरु माता महाराज इन शिक्षाओं को आगे बढ़ाते हुए मानवता को ब्रह्मज्ञान की ज्योति से आलोकित कर रही हैं।

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