बिहार: इस जानकारी से अवगत करा दिया जाए एक साल के भीतर पूर्व सांसद आनंद मोहन तीसरी बार पैरोल पर जेल से बाहर आएंगे। राज्य सरकार ने उनकी अर्जी स्वीकार कर ली है। जिसके बाद सोमवार को वे सहरसा जेल से 15 दिनों के पैरोल पर जेल से बाहर आ जायेंगे।इसके पहले पूर्व सांसद आनंद मोहन अपनी बेटी सुरभि की सगाई में शामिल होने के लिए नवम्बर महीने में 15 दिनों के लिए जेल से बाहर आये थे। इसके बाद उन्हें बेटी की फ़रवरी में होनेवाली शादी में शामिल होने के 15 दिनों के लिए पैरोल पर बाहर आने की अनुमति मिली थी। इसी कड़ी में एक बार फिर वे जेल से बाहर आ रहे हैं।
बताते चलें की मुजफ्फरपुर जिले में 4 दिसंबर 1994 को आनंद मोहन की बिहार पीपुल्स पार्टी के नेता रहे छोटन शुक्ला की हत्या हुई थी। इससे अगले दिन 5 दिसंबर को आक्रोशित लोग छोटन शुक्ला के शव के साथ सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान मुजफ्फरपुर के रास्ते पटना से गोपालगंज जा रहे डीएम जी कृष्णैया पर भीड़ ने मुजफ्फरपुर के खबड़ा गांव में हमला कर दिया था।आरोप था कि भीड़ का फायदा उठाकर किसी ने डीएम की कनपटी में एक गोली भी मार दी थी। मॉब लिंचिंग में डीएम कृष्णैया की हत्या ने प्रशासनिक और सियासी हलके में उस वक्त तूफान ला दिया था। तब कृष्णैया सिर्फ 35 साल के थे। इसी मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन सहरसा के मंडल कारा में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं।
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