पंजाब:भारत-पाकिस्तान सीमा के पांच किलोमीटर में स्थित तरनतारन के गांव वान की वान-मरीकबोके रोड पर एक किसान सुबह खेतों में चक्कर लगाने गया था। तभी उसने खेतों में गिरे ड्रोन को देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल को गिरे ड्रोन के बारे में बताया। यह डीजेआई मैट्रिक्स 300 आरटीके ड्रोन है, जिसे पाकिस्तान में बैठे तस्कर हेरोइन व हथियारों की खेप को भारत में भेजने के लिए इस्तेमाल करते हैं। ड्रोन टूटा हुआ था और खेतों में उसके टुकड़े कुछ मीटर एरिया में गिरे हुए थे। सभी को इकट्ठा कर जांच शुरू कर दी गई है।
अनुमान है कि यह ड्रोन तभी क्रैश हुआ और सर्च के दौरान पुलिस व सीमा सुरक्षा बल की आंखों से बच गया है। फोरेंसिक जांच के बाद ही इस स्थिति का पता चल सकेगा।तकरीबन 260 बार ड्रोन भारतीय सरहद में दाखिल हुआ और 39 बार गिराया गया। यह इस साल का 40वां ड्रोन है, जिसे गिराया गया है पाकिस्तान की तरफ से बड़ी ड्रोन मूवमेंट को कंट्रोल करने के लिए लेजर एंटी ड्रोन तकनीक लगाने की तैयारी चल रही है। पंजाब बॉर्डर पर 30 जगहों को चुना गया है, जहां यह तकनीक इस्तेमाल की जाएगी।
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