ई लोक अदालत का आयोजन-कुशीनगर में 38 वादों का और देवरिया में 60 वादों/मुकदमों का हुआ तत्काल निस्तारण

👉🏿 मोटर दुर्घटना क्लेम से सम्बंधित सात वादों में मृतक आश्रितों एवं घायलों को दिलाया 37 लाख 43 हजार मुआवजा

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ई-लोक अदालत में 38 वादों का किया गया निस्तारण
कुशीनगर।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुशीनगर के तत्वाधान में रविवार को ई-लोक अदालत का आयोजन अध्यक्ष/जिला जज संतोष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस दौरान कुल 38 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें सात मोटर दुर्घटना क्लेम से सम्बंधित है। पीड़ितों को 37 लाख 43 हजार रूपये मुआवजा के रूप में क्षतिपूर्ति दिलाई गई।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकारण कुशीनगर, अध्यक्ष/जिला जज संतोष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में ई-लोक अदालत लगाया गया जिसमें विभिन्न न्यायालयों द्वारा मोटर दुर्घटना व पारिवारिक वादों से सम्बंधित कुल 38 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें मोटर दुर्घटना क्लेम से सम्बंधित 7 वादों का निस्तारण करते हुए मृतक आश्रितों एवं घायलों के आश्रितों को 37 लाख 43 हजार रूपये मुआवजे के रूप में क्षतिपूर्ति दिलाई गयी। जिन 38 वदों का निस्तारण किया गया उसमें मोटर दुर्घटना से सम्बंधित 7, परिवार न्यायालय से 22 व न्यायालय अति प्रधान न्यायधीश परिवार न्यायालय कुशीनगर द्वारा 9 वाद शामिल है।
इस मौके पर अविनाश चन्द्र त्रिपाठी पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना क्लेम, विनय कुमार प्रधान न्यायधीश परिवार न्यायालय कुशीनगर, विवेकानन्दशरण त्रिपाठी, अति प्रधान न्यायधीश परिवार न्यायालय व श्रीमती शबीना खान सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुशीनगर मौजूद रहे।
REPORT- भगवंत उपाध्याय, कुशीनगर
ई लोक अदालत का आयोजन
कुल 60 वादों/मुकदमों जो न्यायालय में वर्षो से लम्बित थें का हुआ तत्काल निस्तारण

देवरिया

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देवरिया के तत्वावधान में रविवार को सुबह 10.30 बजे सेें मोटर दुर्घटना वादों तथा परिवारिक वादों के निस्तारण हेतु ई-लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें मौके पर ही 60 वादों/मुकदमों का निस्तारण किया गया। इस ई-लोक अदालत का उद्घाटन जनपद न्यायालय के माननीय न्यायाधीशगण द्वारा फीता काटकर व मां सरस्वती की प्रतिमा का माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
इस प्रकार इस ई-लोक अदालत में माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवरिया के न्यायालय से 02 मोटर दुर्घटना तथा 04 अन्य वाद कुल 06 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें प्रतिकर के रूप में मु0-9,65,000/-रूपये की धनराशि पीड़ित पक्षकरों को दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवरिया श्री रजनीश कुमार द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 06 वादों का निस्तारण किया गया तथा प्रतिकर के रूप में मु0-28,50,000/-रूपये की धनराशि पीड़ित पक्षकारों को दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायायाधीश देवरिया श्री सत्येन्द्र नाथ त्रिपाठी द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 03 वादों का निस्तारण किया गया तथा प्रतिकर के रूप में मु0-34,50,000/-रूपये की धनराशि पीड़ित पक्षकारों को दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायायाधीश देवरिया श्री अजय कुमार द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 13 वादों का निस्तारण किया गया तथा प्रतिकर के रूप में मु0-65,67,000/-रूपये की धनराशि पीड़ित पक्षकारों को दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायायाधीश देवरिया श्री शाश्वत पाण्डेय द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 05 वादों का निस्तारण किया गया तथा प्रतिकर के रूप में मु0-23,02,000/-रूपये की धनरासमस्त समाचार पत्रों में निःशुल्क प्रकाशन हेतु।
संपादकः-शि पीड़ित पक्षकारों को दिलाया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायायाधीश देवरिया  लोकेश कुमार द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के कुल 05 वादों का निस्तारण किया गया तथा प्रतिकर के रूप में मु0-39,50,000/-रूपये की धनराशि पीड़ित पक्षकारों को दिलाया गया। इसके साथ परिवार न्यायालय से संबंधित मामलें दंपत्यिों के वर्षों से लम्बित मामलें में कुल 21 वादों का निस्तारण करते हुये कई जोड़ों को समझौता कराकर न्यायालय से ही विदाई की गयी जिसमें तस्लीम अंसारी बनाम गुलशन खातून, अंजली सिंह बनाम अनूप कुमार सिंह, जमशेद अंसारी बनाम शबनम खातून, श्वेता सिंह बनाम संदीप सिंह, रूबिना खातून बनाम सफीउल्लाह, सुमन देवी बनाम रामप्रवेश विश्वकर्मा आदि थे। प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय देवरिया  मोहन लाल विश्वकर्मा द्वारा कुल 05 वादों का निस्तारण करते हुये पति-पत्नी के रूप में मुकदमा लड़ रहें परिवारों को मिलाया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय देवरिया अनिरूद्ध कुमार तिवारी द्वारा कुल 02 वादों का निस्तारण करते हुये पति-पत्नी के रूप में मुकदमा लड़ रहें परिवारों को मिलाया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय देवरिया  मनोज कुमार मिश्र द्वारा के कुल 08 वादों का निस्तारण करते हुये पति-पत्नी के रूप में मुकदमा लड़ रहें परिवारों को मिलाया गया। अपर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय देवरिया श्री विष्णु प्रताप सिंह द्वारा के कुल 06 वादों का निस्तारण करते हुये पति-पत्नी से संबंधित मामले का निस्तारण किया गया।
इस प्रकार इस ई-लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र के प्रयास से मोटर दुर्घटना वाद से संबंधित कुल 39 वादों का निस्तारण करातें हुये पीड़ित पक्षकरों को क्षतिपूर्ति के रूप में कुल रूपये 2,00,84,000/-(दो करोड़ चैरासी हजार) की धनराशि दिलायी गयी तथा परिवार न्यायालय में कुल 21 परिवार वादों का तत्काल निस्तारण करते हुये पति-पत्नियों से संबंधित मामलें जो वर्षो से लम्बित थे, को निस्तारित किया गया।
ई-लोक अदालत के अवसर पर सुरक्षाकर्मियों के द्वारा सुरक्षा की व्यवस्था की गयी थी तथा स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा कोविड-हेल्प डेस्क लगाया गया था जिसमें जांच कर के ही उपस्थित व्यक्तियों को न्यायालय परिसर एवं सभागार में भेजा गया। इस अवसर पर सभी न्यायाधीशगण, नोडल अधिकारी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री नवीन कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट  भूपेन्द्र प्रताप, विद्वान अधिवक्तागण, न्यायालय स्टाफ, सुरक्षाकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी एवं वादकारीगण उपस्थित रहें। इस प्रकार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा ई-लोक अदालत का सफल आयोजन संपन्न हुआ।
REPORT-मुकतेशवर दूबे,देवरिया

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