केजेएस सीमेट का डायरेक्टर 17.2 करोड़ की कर चोरी में गिरफ्तार, एमडी फरार

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सतना। देश की बड़ी कंपनियों में शुमार अहलूवालिया ग्रुप की करोड़ो की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। सतना जिले के मैहर में स्थित केजेएस सीमेन्ट प्लांट से हुए कारोबार में अहलूवालिया ग्रुप की इस कंपनी में 15 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी की चोरी की पुष्टि हुई है।
सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेंस टीम द्वारा की गई छापामार कार्यवाही में जीएसटी की अब तक की सबसे बड़ी चोरी का खुलासा हुआ है। इस मामले में कंपनी के सीनियर प्रेसीडेंट कुशल सिंह सिंघवी को गिरफ्तार किया गया है जबकि कंपनी के एमडी पवन अहलूवालिया अंडर ग्राउंड बताये जाते हैं। टीम को 52 लाख रुपये की नगदी भी मिली है।
एमडी के सतना स्थित घर पर पड़ा था छापा,पकड़ी गई अब तक की सबसे बड़ी जीएसटी चोरी
गौरतलब है कि गत 5 अगस्त को सेंट्रल जीएसटी की टीम ने केजेएस सीमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन अहलूवालिया के सतना में बांधवगढ़ कॉलोनी स्थित निवास पर छापा मारा था।
कई दिनों तक चली इस कार्यवाही में सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेंस टीम के बाद केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड की टीमें भी शामिल हुई थीं। अहलूवालिया के घर और दफ्तर के अलावा केजेएस सीमेंट के डीलरों और केजेएस के अधिकारियों के यहां भी छापा पड़ा था। जांच कार्यवाही में आये गतिरोध के कारण पुलिस को भी बुलाना पड़ा था।
सीनियर प्रेसीडेंट सिंघवी गिरफ्तार , अदालत ने भेजा 25 अगस्त तक जेल
जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने केजेएस सीमेंट के सीनियर प्रेसीडेंट कुशल सिंह सिंघवी को गिरफ्तार कर बुधवार को अदालत में पेश किया। टैक्स चोरी के इस बड़े मामले में फंसी ‘्न२ सीमेंट के प्रेसीडेंट को अदालत से 25 अगस्त तक के लिए जेल भेज दिया गया है। जीएसटी के अधिकारियों ने बताया कि जांच अभी जारी है। अब तक लगभग 17 .2 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के साक्ष्य मिले हैं। साढ़े 7 करोड़ के नगद कारोबार के दस्तावेज भी मिले हैं । लगभग 52 लाख 39 हजार रुपये की नगदी भी जब्त हुई है। जांच अभी जारी है,टैक्स चोरी का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
एमडी अंडर ग्राउंड ,दिल्ली जाने की खबर
जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम की कई दिन चली जांच पड़ताल और उसमे केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड की प्रवर्तन शाखा की टीमो के भी शामिल हो जाने के बाद केजेएस सीमेंट के एमडी पवन अहलूवालिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि जांच को प्रभावित करने के भी प्रयास किये गए और जांच टीम के साथ अभद्रता की भी खबरें सुर्खियों में आई।
जांच टीमो का शिकंजा कसने के बाद बचाव के सिफारिशी जुगाड़ भी शुरू किए गए। हाई लेवल अप्रोच और कनेक्शन हिलाए डुलाये जाने लगे ताकि पकड़ ढीली पड़ सके। खबर है कि इस बीच एमडी पवन अहलूवालिया अंडर ग्राउंड हो गए और चुपचाप दिल्ली निकल गए। इधर जीएसटी टीम ने उनकी कंपनी के सीनियर प्रेसीडेंट को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दिल्ली ,आगरा ,इलाहाबाद ,कुशीनगर समेत 28 जगह पड़े छापे ,डीलरों झ्र परिचितों के यहां भी दबिश
सेंट्रल जीएसटी टीम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सीमेंट और क्लिंकर निर्माण कर बिना ॅ२३ का भुगतान किए बिक्री करने और 17. 2 करोड़ रुपए का टैक्स चोरी किये जाने के इस मामले में टीमो ने देश भर के 28 स्थानों पर छापेमारी की। सतना ,मैहर के अलावा दिल्ली,आगरा,कुशीनगर,इलाहाबाद और कानपुर में एक हफ्ते तक चले इस आॅपरेशन के दौरान केजेएस सीमेंट से सम्बंधित अधिकारियों ,कारोबारियों और कंपनी के एमडी तथा डायरेक्टरों के परिचितों के यहां भी दबिश दी गई । इस आॅपरेशन के दौरान पुलिस का भी सहयोग लिया गया ।
7 महीने में चुराया 17.2 करोड़ टैक्स
सेंट्रल जीएसटी टीम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार केजेएस सीमेंट ने 4 लाख टन लाइम स्टोन खरीद कर सीमेंट और क्लिंकर तैयार किया और उसे यूपी तथा एमपी में अपने विभिन्न डीलरों के जरिये बिना टैक्स चुकाए बेचा । कंपनी ने जनवरी से जुलाई 2020 तक 7 माह की अवधि में 15 करोड़ से अधिक का टैक्स चोरी किया। जांच के दौरान टीम को कंपनी के रिकार्ड के अनुसार 12 लाख सीमेंट बैग कम होने का भी पता चला है।
निजी नगद लेनदेन की भी जांच,साढ़े 7 करोड़ का गोलमाल ,मिले 52 लाख 39 हजार
टीम ने जांच के दौरान केजेएस सीमेंट के अधिकारियों के निजी लेनदेन के रिकार्ड भी बरामद किए हैं। जिसमे वर्ष 2018 के कुछ महीनों में ही साढ़े 7 करोड़ के लेनदेन का पता चला है। इस रकम के लाभार्थी के रूप में टीम ने दो डायरेक्टरों की पहचान की थी। इनके पास से मिले 7.5 करोड़ की बेहिसाब नगदी के रिकार्ड के आधार पर भी 2.1 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। टीम ने 52 लाख 39 हजार रुपये जब्त किए हैं।
सीमेंट फैक्ट्री में जांच टीम को घेरा
जांच टीम ने बताया कि 8 अगस्त को केजेएस सीमेंट फैक्ट्री में जांच के दौरान जांच दल के सदस्यों को भीड़ ने घेरा था और डराया झ भी था। टीम को मध्य प्रदेश की सतना पुलिस की मदद लेनी पड़ी थी। भीड़ में शामिल लोग जांच को प्रभावित करने हस्तक्षेप कर रहे थे। इस घटना के बाद टीम ने पूरा आपरेशन पुलिस के सुरक्षा कवर के साथ किया। जांच टीम ने घटना का उल्लेख इस आपरेशन से सम्बंधित अपने आधिकारिक प्रेस नोट में किया है।
कोविड 19 का बहाना बना कर पेश होने से बचता रहा डायरेक्टर फरार, तलाश जारी
सेंट्रल जीएसटी की टीम ने अपने आधिकारिक प्रेस नोट में बताया कि टैक्स चोरी के इस मामले में सीमेंट के एक डायरेक्टर केएस सिंघवी को केंद्रीय जीएसटी अधिनियम 2017 के प्रावधानों के तहत 12 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन एक डायरेक्टर फरार है। उसे तीन बार जांच दल ने समन दिया लेकिन वह कोबिड 19 का मेडिकल ग्राउंड बताता रहा और अब फरार हो गया है जिसकी तलाश की जा रही है। जीएसटी के सूत्र बताते है कि यह फरार डायरेक्टर कोई और नही बल्कि मैनेजिंग डायरेक्टर पवन अहलूवालिया है।

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