विकास दुबे से पहले इन 2 गैंगस्टर पर है ढाई-ढाई लाख का इनाम, एक को अमीरी का शौक तो दूसरा शार्पशूटर

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यूपी पु’लिस का मो’स्ट वॉ’न्टेड वि’कास दुबे ही ढाई लाख का इनामी बद’मा’श नहीं है, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो कु’ख्यात अपरा’धियों पर पु’लिस ने पहले से ही ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा है. इनमें से एक है बदन सिंह बद्दो और दूसरा है कु’ख्यात हत्या’रो’पी आशुतोष. ये दोनों ही यूपी पु’लिस के मो’स्ट वॉन्टे’ड अप’राधी हैं. आखिर कौन हैं दोनों शा’तिर बद’मा’श? इन पर पु’लिस ने क्यों रखा है इतना बड़ा इनाम? यही हम आपको बताने जा रहे हैं.
कौन है गैं’गस्टर बदन सिंह ‘बद्दो’
1970 के दशक में बदन सिंह बद्दो के पिता चरण सिंह जालंधर छो’ड़कर यूपी के मेरठ में रहने आ गए थे. परिवार का जीवनयापन के लिए उन्होंने ट्रक ड्राइवर के तौर पर काम शुरू करना शुरू किया. धीरे धीरे वो खुद एक ट्रांसपोर्टर बन गए. 7 भाइयों में सबसे छोटे बदन सिंह बद्दो ने भी ट्रांसपोर्ट के कारोबार में कदम रखा.
इसी दौरान उसके संबंध इलाके के ब’दमा’शों से हो गए. ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र में उसने आलीशान घर बनाया. इसी दौरान उसने श’रा’ब के कारोबार में हाथ आजमाया. माना जाता है कि 1988 में उसने जरायम की दुनिया में आमद की. इसके बाद उसने पल’टकर नहीं देखा. कारोबार और जु’र्म दोनों ही जगह उसने अपनी पहचान बना ली.
उसने साल 1996 में एक वकील की ह’त्या को अं’जाम दिया. साल 2011 में उसने मेरठ जिला पंचायत के सदस्य संजय गुर्जर का म’र्डर किया. ये तो बस शुरुआत थी. इसके बाद साल 2012 में उसने एक केबल नेटवर्क के संचालक पवित्र मैत्रे को मौ’त के घा’ट उता’र दिया. उसके खिला’फ यूपी के बाहर भी लू’ट और ड’कै’ती के मा’मले द’र्ज होने लगे.
बदन सिंह यूपी पु’लिस के लिए सिरदर्द बनने लगा था. लेकिन पु’लिस उस तक पहुंच नहीं पा रही थी. लिहाजा यूपी पुलिस ने उस पर 1 लाख का इनाम रखा. दिल्ली पुलिस ने भी उसकी गि’रफ्तारी पर 50 हजार के इनाम का ऐलान किया. अब बदन सिंह के खिला’फ ह’त्या जैसे सं’गीन 34 मा’मले द’र्ज हैं. इसके अलावा लू’ट और ड’कै’ती के कई मा’मलों में वो नामजद है
पु’लिस हिरा’सत से भाग निकला था बदन सिंह
साल 1996 में जब बदन सिंह ने एक वकील का म’र्डर किया था तो मा’मला खूब गर’मा गया था. इस मा’मले में उसे अदालत ने आ’जीवन कै’द की स’ज़ा सुनाई थी. जब बदन सिंह पकड़ा गया तो उसे जे’ल में डाल दिया गया. इस दौरान उसने अदा’लत से कई बार परोल के लिए गु’हार लगाई. लेकिन अदालत ने उसके अप’रा’धों को सं’गीन बताते हुए परोल देने से इन’कार कर दिया. तब बदन ने जेल से भा’गने की योजना बनाई. पिछले साल मार्च में उसने इस योजना को अमली जामा पहनाया. दरअसल वो फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में स’जा का’ट रहा था. उसे एक मा’मले में गाज़ियाबाद की अ’दा’लत में पेश किया जाना था.
पुलिस अभि’रक्षा में उसे गाजियाबाद लाया गया. 28 मार्च 2019 को पेशी के बाद उसने अपनी अभिरक्षा में आए पु’लिसवालों को मेरठ होकर जाने के लिए राजी कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर मेरठ के मुकुट महल होटल पहुंची. इस होटल में बदन सिंह का भी शेयर था. वहां सभी पु’लिसवालों की जम’कर खाति’रदा’री हुई. उन्हें खाने के साथ-साथ शरा’ब परोसी गई. टीम में शामिल आधा द’र्जन पुलि’सक’र्मियों ने इतनी शराब पी ली कि वो न’शे में धु’त हो गए. इसी दौरान वहां पहले से लाई गई एक काली लग्जरी कार में बदल सिंह भाग निकला. तब से उसका कोई सु’राग पु’लिस के हाथ नहीं लग पाया.
लग्जरी लाइफ और महंगे शौक
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कु’ख्यात गैं’गस्टर बदन सिंह बद्दो का रहन सहन देखकर कोई भी उसके शौक का अंदाजा आसानी से लगा सकता है. उसकी शानो-शौकत भरी ज़िंदगी देखकर कोई यकीन नहीं करेगा कि वो एक मो’स्ट वॉ’न्टेड अप’रा’धी है. महंगी विदेशी बं’दू’कें, विदेशी न’स्ल के कुत्ते, बुलेटप्रूफ कारों का ज’त्था, सीसीटीवी समेत आधुनिक सुरक्षा तंत्र, किसी महल जैसा आलीशान घर, लुई विटॉन जैसे महंगे ब्रांड के जूते और कपड़े पहनना बदन सिंह बद्दों को अन्य अप’राधि’यों से अलग बनाता है. उसका लाइफ स्टाइल देखकर आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं कि वो एक शा’तिर अप’रा’धी है. उसने अ’वैध व’सू’ली करने और फि’रौ’ती वसूलने से लेकर ह’त्या, ह’त्या की कोशिश, बैं’क ड’कै’ती और रंग’दारी जैसी कई सं’गीन वा’र’दा’तों को अं’जाम दि’या.
कौन है मो’स्ट वॉ’न्टेड आशुतोष?
कु’ख्यात अप’राधी बदन सिंह के बाद नाम आता है शा’तिर बद’मा’श और शू’टर आशुतोष का. उसका नाम सु’र्खियों में उस वक्त आया था, जब उसने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारी तंजील अहमद की ह’त्या को अं’जाम दिया था. वो पश्चिम यूपी के कु’ख्यात गैंग’स्टर मुनीर का शा’र्पशू’टर माना जाता है. देश की सबसे बड़ी जां’च एजेंसी के अधिकारी को मौ’त की नींद सु’लाने के बाद आशुतोष यूपी पु’लिस और एन’आ’ईए के लिए मो’स्ट वॉ’न्टेड बन गया. उसके मा’मले में सबसे बड़ी परे’शा’नी इस बात की है कि पु’लिस के पास उसकी कोई त’स्वीर नहीं है.
लिहाजा उसे तला’श करना पु’लिस के लिए बड़ी परे’शा’नी का सबब बन गया. आशुतोष को एक ऐसे प्रोफेशनल कि’लर के तौर पर जाना जाता है, जिसने सु’पारी लेकर दिल्ली, गुरुग्राम और मुंबई जैसे बड़े शहरों से लेकर कई राज्यों में ह’त्या की वा’र”दा’तों को अं’जाम दिया. कई राज्यों की पु’लिस उसकी तला’श में हैं. तंजील अहमद की ह’त्या के बाद यू’पी के डीजीपी ने आशुतोष पर ढाई लाख का इनाम घो’षित किया था. अभी तक शा’तिर ब’दमा’श पु’लिस की पहुंच से बाहर है.
ANSHUL SHARMA 

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