मध्य प्रदेश में हिंसा चरम पर, सरकार चुनावी रैलियों और बैठकों में व्यस्त- दिग्विजय सिंह

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भोपाल। प्रदेश में चारों तरफ अपराधियों का बोलबाला है और आये दिन नागरिकों की हत्याओं का दौर चल रहा है। विगत दस दिन में पांच लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। एक हत्याकांड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आरोपी है। दो हत्याएं तो राजधानी भोपाल में हो गई है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने आज जारी बयान में आरोप लगाया है कि एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा चुनावी रैलियों और बैठकों में मस्त है वहीं दूसरी ओर जनता अपराधी तत्वों की गुंडागर्दी से ग्रस्त है। चोर दरवाजे से सत्ता में आये मुख्यमंत्री दूसरे दलों में तोड़फोड़ करने, वर्चुअल रैली करने, वीडियो काॅफ्रेसिंग करने और तबादले करने में मशरूफ है। गृहमंत्री को पुलिस अधिकारियों की पदस्थापना से फुरसत नहीं है। मध्यप्रदेश में ‘‘रोम जल रहा था और नीरो बंशी बजा रहा था’’ कहावत चरितार्थ हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि राजधानी में छोला रोड पर दो नौजवानों की दो दिन पहले हुई हत्या का खून अभी सूखा भी नहीं था कि कल रतलाम जिले के जावरा कस्बे में भारतीय जनता पार्टी के भारतीय जनता युवा मोर्चा के दो पदाधिकारी राम यादव और पवन पंचाल ने शादी के मण्डप में बैठने जा रही दुल्हन सोनू यादव की धारदार हथियार से गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनावी लाभ लेने और वोट कबाड़ने के लिये बच्चों के मामा बनने का ढोंग करते है। आज उनके भांजे, भांजियों की हत्याएं हो रही है, इज्जत जा रही है और मुख्यमंत्री चुनावी चैसर बिछाने में व्यस्त है।
जब कमलनाथ जी माफियाओं को कुचल रहे थे तो शिवराज जी बैचेन होकर बर्बादी से डर रहे थे। कांग्रेस सरकार में माफिया या तो जेल जा रहे थे या तो प्रदेश छोड़कर भाग रहे थे। भू-माफिया, राशन माफिया, मिलावट करने वाले माफिया, शराब-सट्टा माफिया के सफाये से जनता खुश थी, पर शिवराज सिंह चैहान दुःखी थे। तुलसी सिलावट के समर्थकों के बीच उन्होंने सब कुछ बर्बाद होने की बैचेनी जाहिर कर दी थी। कांग्रेस नेता श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री आपकी पार्टी के नेता और समर्थक प्रदेश में दिन-दहाड़े हो रही हत्याओं में शामिल है प्रदेश में पुलिस का नहीं गुंडों का राज चल रहा है। मंडला में एक कट्टरपंथी संगठन के लोगों ने अनुसूचित जाति के युवा नेता सोनू परोचिया को पहले गोली मारी फिर गाड़ी से कुचलकर जघन्य हत्या कर दी। मंडला का दौरा करने पर लोगो ने बताया कि जिले में माफियाओं का राज है और अवैध हथियारों के दम पर काले धंधे फल-फूल रहें है। देसी कट्टों का प्रदेश में बेधड़क क्रय-विक्रय हो रहा है, और ऐसे हथियारों का हत्या और अपराधों को अंजाम देने में इस्तेमाल किया जा रहा है।
इसी प्रकार पिपरिया में बजरंग दल से जुड़े रवि विश्वकर्मा की सरेआम थाने के पास 27 जून को गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में भी गुंडो की टीम शामिल थी। पीडि़त परिवार ने मुलाकात में भाजपा विधायक ठाकुरदास नागवंशी पर भी आरोप लगाये है। अभी शुक्रवार को राजधानी भोपाल में नशे में धुत 5 लोगो ने छोला रोड पर दो छात्रों की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी। पुलिस हत्या के 8 घंटे बाद घटना स्थल पर पहुंची थी। क्या अपराधियों को शराब पीकर अड़ीबाजी करने की खुली छूट मिली है ? शनिवार को भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार धनंजय प्रताप सिंह के घर में घुसकर शराबियों ने हंगामा किया। जानलेवा हमला कर पत्रकार श्री सिंह का सिर फोड़ दिया। एफ.आई.आर. कराने गये पत्रकार को डेढ़ घंटे थाने में बैठाकर रखा गया फिर पुलिस ने हल्की धाराओं में केस दर्ज कर इतिश्री कर ली। आपकी नाक के नीचे कानून व्यवस्था की यह स्थिति है। पुलिस थाने से निकलकर कोरोना के खौफ में जीने को मजबूर राजधानी वासियों की गाडि़यों की चैकिंग करने और चालान काटने सहित वसूली में लगी है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी मामा बनना आसान है इन संबंधों को निभाना आसान नहीं हैं। हत्या, बलवा, बलात्कार, अपहरण, बाल अपराध, महिला अपराध में आपने प्रदेश को पहले के 13 साल के कार्यकाल में पूरे देश में शर्मसार किया था। आपके द्वारा दलबदल करवाकर पाई चौथी पारी में अपराधी और माफिया तत्व सरेआम हाहाकार मचाये हुये है। आप मामा की जगह मुख्यमंत्री बनकर नागरिकों की जानमाल और इज्जत की रक्षा करें तो यह प्रदेश की जनता पर बड़ी मेहरबानी होगी। आप इस बात से घबरा रहे है कि 24 उपचुनावों में जनता ‘‘छलकपट से बनी सरकार’’ का सफाया न कर दे। इसलिये आप कोरोना और अपराधियों से निपटने की जगह उप चुनावों की चिंता कर रहें है।
अपने पुरोधा श्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करिये, जब गुजरात के दंगों में उन्होने तब के मुख्यमंत्री और अब के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को राजधर्म के पालन करने की नसीहत दी थी। मेहरबानी करके सरकार बचाने के लिये दिल्ली की परिक्रमा करने की जगह अवैध काम धंधो में लिप्त अपराधियों, गुंडो, मवालियों और माफियाओं पर कार्यवाही कर के बेगुनाह नागरिकों को आतंक राज से मुक्ति दिलाईयें और राजर्धम का पालन करिये। आपने अपराधी तत्वों पर लगाम नहीं लगाई तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जनता के साथ मिलकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेगे।

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