एटा में एक हजार हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर अब होगी कार्रवाई

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जनपद में एक हजार से अधिक हिस्ट्रीशीटर है। वैसे तो इन सभी की पुलिस निगरानी कर रही है, लेकिन कल से सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। जो सक्रिय है उनके लिए अलग से टीम बनाई जा रही है जो हर पल की नजर रखेंगी।
कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों के शहीद होने के बाद जिले की पुलिस भी सक्रिय हो गई। जनपद के सभी हिस्ट्रीशीटर और पंजीकृत गैंग के डाटा को खंगालना शुरू कर दिया गया। हिस्ट्रीशीटर अपराधी के लिए बीट के सिपाहियों से लेकर सीओ तक के अधिकारी देखरेख करते है। कौन-कौन सा अपराधी किसी तरह का कृत्य कर रहा है। आखिरी बार उसने घटना को अंजाम कब दिया। फोन की लोकेशन, अधिकांश लोग किस तरह के संपर्क में है। यह भी देखा जा रहा है।
आए दिन होती रहती है पुलिस पिटाई की घटनाएं
एटा। जिले में आए दिन पुलिस के साथ मारपीट और फायरिंग की घटनाएं होती रहती है। दबिश के दौरान होने वाली घटनाओं को पुलिस गंभीरता से लेती है। अधिकांश मामलों में रिपोर्ट दर्ज होती है। तीन दिन पहले सकरौली थाना क्षेत्र में दबिश के दौरान दारोगा के साथ मारपीट कर दी थी।
यह हिस्ट्रीशीटर अपराधियों का ब्यौरा
कुल एचएस की संख्या — 1030
नई खोली गई हिस्ट्री शीटर की संख्या 61
नष्ट की गई एचएस 23
घर पर मौजूद/शांत की संख्या 802
जेल में निरुद्ध —– 68
जीविका चलाने के लिए बाहर 82
बुजुर्ग अस्वस्थ 74
सक्रिय एवं निगरानी के लिए चिहिंत 42
—वर्जन
एक-एक हिस्ट्रीशीटर की निगरानी हो रही है। जो सक्रिय है उनके बारे में अब रोजाना समीक्षा की जाएगी। जनपद भर के अपराधियों पर नजर रखने आदि के लिए रविवार को सभी थाना प्रभारियों की बैठक बुलाई गई है। इसमें भी निर्देश दिए जाएंगें। कहीं पर कोई लापरवाही होती है तो संबंधित थाना प्रभारी जिम्मेदार होगा।
सुनील कुमार सिंह, एसएसपी एटा
अंशुल शर्मा राष्ट्रीय जजमेंट संवाददाता अलीगंज  एटा  ✍️

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