शिवराज ने सुनाई सरकार गिराने की कहानी ? पूर्व मंत्री जीतू पटवारी
इंदौर. ।मध्य प्रदेश की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बुधवार को मुख्यमंत्री की एक ऑडियो क्लिप होने का दावा करते हुए कहा कि सीएम ने खुद बयां किया है कि किस तरह से सरकार को गिराया गया है। यह सब केंद्र की सरकार के इशारे पर हुआ है। इससे स्पष्ट है कि तुलसी सिलावट किस तरह से बिक गए। अब तक कांग्रेस के आरोप थे, लेकिन मुख्यमंत्री के ऑडियो से साफ हो चुका है कि कांग्रेस की सरकार कैसे गई। कांग्रेस अब इस मामले को लेकर विशेषज्ञों से सलाह के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। साथ ही राष्ट्रपति से भी गुहार लगाएंगे।
मप्र की सरकार गिराने के चक्कर में लॉकडाउन लेट किया
पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में यह बता कही कि मुझे प्रधानमंत्री ने कहा, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, देश की सरकार ने कहा कि मप्र की सरकार गिराना है। कांग्रेस पार्टी बार-बार कह रही थी कि मप्र की सरकार गिराने के चक्कर में पूरे देश में कोरोना की महामारी फैली। क्योंकि लॉकडाउन लेट किया गया। साथ ही राहुल गांधी की सलाह के बाद भी एयरपोर्ट को लॉकडाउन नहीं किया गया। इसलिए देश की सरकार महामारी को फैलाने की दोषी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सिंधिया नहीं होते, तुलसी सिलावट नहीं होते तो सरकार को नहीं गिरा सकते थे। जो स्वास्थ्य मंत्री था, जिसकी जिम्मेदारी थी, वो बिक गया। उसने षड़यंत्र किया।
*कांग्रेस मामले में कोर्ट जाने की तैयारी में*
पटवारी ने कहा कि मप्र की सरकार गिराई गई है। हम विधि-विशेषज्ञों से सलाह कर रहे हैं। हम इसे कोर्ट में भी लेकर जाने की तैयारी में हैं। हम इसकी शिकायत राष्ट्रपति से भी करेंगे, क्योंकि यह एक आपराधिक कृत्य है। संविधान के विरुद्ध है। चुनी हुई सरकार को साजिश के तहत गिराया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 8 जून को सांवेर के जनप्रतिनिधियों से रेसीडेंसी कोठी में बैठक की थी। वहीं पर यह बात इन्होंने कही है। कांग्रेस ने कहा इसके साक्ष्य उनके पास मौजूद हैं।
*तुलसी सिलावट को सांवेर से जीतने नहीं देंगे*
पटवारी ने कहा कि लोकत्रंत की हत्या कर मुख्यमंत्री बने चौहान का कोरोना को लेकर इंदौर आना तो बहाना था, सांवेर चुनाव जीतना उनका मुख्य उद्देश्य है। इसलिए सांवेर का चुनाव कांग्रेस पार्टी को हर हाल में जीतना है। तुलसी सिलावट को किसी भी कीमत में चुनाव नहीं जीतने देंगे। तुलसी ने कहा कि कांग्रेस में व्यक्ति और भाजपा में संगठन चुनाव लड़ता है। 40 साल कांग्रेस में रहते हुए यह व्यक्ति चुनाव लड़ता रहा और संगठन का अपमान करता रहा। सांवेर का चुनाव हम एक लाख फीसदी जीतेंगे। पटवारी ने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि हमारे एक भी कार्यकर्ता पर आपने द्वेषपूर्ण कार्रवाई की तो इसका परिणाम भुगतना होगा। क्योंकि आप किसी पार्टी के नौकर नहीं हो।
मुख्यमंत्री का दौरा निराश करने वाला
पटवारी ने कहा कि सत्ता परिवर्तन और खरीद-फरोख्त के 77 दिन बाद मुख्यमंत्री इंदौर पहुंचे। तब तक हमारा शहर कोराेना में छठवें नंबर पर आ चुका था, 165 मौत हो चुकी थीं और करीब 4 हजार लोग संक्रमित हो चुके थे। इतने दिन बाद सीएम यहां आए तो हमें आशा थी कि वे कोरोना को लेकर कोई रणनीति बनाएंगे। मृतकों के परिवारों से संवेदना व्यक्त करेंगे। कोरोना के अलावा जो मरीज परेशान हुए, अस्पतालों ने उनके साथ लूट खसोट की। इलाज नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई, उनके प्रति कोई रणनीति बनाएंगे और आगे तकलीफ ना हो इसकी बात करेंगे, लेकिन हमें निराशा हाथ लगी।
सरकार ने कोरोना को लेकर हाथ ऊंचे किए
पटवारी ने कहा कि एक मुख्यमंत्री इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है कि केवल चुनाव कैसे जीतें। वे मौत पर हंसी-मजाक करके यहां से गए। इंदौर की जनता ने यह सब देखा, उन्हें वही सबक सिखाएगी। हमने कलेक्टर से निवेदन किया था कि कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मिलना चाहता है, लेकिन हमें समय नहीं दिया गया। विपक्ष को मुख्यमंत्री ने मिलने का समय ही नहीं दिया। यह दोगली और दोहरी नीति है। इसके बाद भी कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि इस बीमारी में वह प्रशासन के साथ खड़ा है। सरकार ने ऑटो मोड पर इस बीमारी को छोड़ दिया है। आपको जीना हो तो जीयो, मरना हो तो मरो, सरकार ने हाथ ऊंचे कर दिए हैं, इसलिए कांग्रेस सरकार जनजागरुकता अभियान चलाएगी। घर-घर 25 लाख मास्क बंटवाएगी। स्वच्छता में नंबर वन जिस प्रकार से हम बने, अब उसी प्रकार से हमें कोरोना को हराकर नंबर वन बनना है। यह संदेश हम जनता को देंगे।