रांची
झारखंड में बहुप्रतीक्षित कोनार नहर परियोजना के उद्घाटन के 24 घंटे के भीतर बह जाने से इससे संबंधित चार इंजिनियर्स को निलंबित कर दिया गया है।
एक रिपोर्ट में रविवार को इस बात की जानकारी दी गई।
जल संसाधन विभाग ने नुकसान के कारण की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था।
विभाग को जमा किए गए रिपोर्ट में कहा गया, ‘एस्केप रेग्युलेटर को बंद करने के कारण यह घटना हुई
जिससे पानी का दबाव बढ़ गया और नहर का कमजोर हिस्सा ढह गया।’
कोनार सिंचाई परियोजना के निर्माण में 42 साल लग गए
जबकि इसके उद्घाटन के 24 घंटे के अंदर ही यह बह गई।
इसका निर्माण झारखंड के गिरीडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले के 85 गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए किया गया था।
राज्य प्रशासन ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में इसके लिए चूहों को दोषी ठहराया था।
इस सिंचाई परियोजना को गिरीडीह जिले में मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा 28 अगस्त को यहां के लोगों को समर्पित किया गया था।
इसके उद्घाटन के 24 घंटे के भीतर ही यह बह गई जिससे कई गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई।
30 अगस्त को जारी सरकारी बयान में कहा गया,