डुप्लीकेट चाबी बनवाकर घरेलू सहायिका ने की चोरी, सोना-चांदी सहित गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका जिला पुलिस की एंटी-बर्गलरी सेल ने एक घरेलू चोरी के मामले का खुलासा करते हुए शिकायतकर्ता के घर में काम करने वाली महिला सहायिका को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी भारती उर्फ किरण (27 वर्ष) ने मालकिन की अनुपस्थिति में उनके घर से पुश्तैनी सोने-चांदी के गहने चुरा लिए थे। पुलिस ने उसके किराए के मकान से एक सोने की चेन, दो जोड़ी सोने की बालियां, एक सोने का लॉकेट, एक सोने की अंगूठी, एक चांदी की पायल और दो जोड़ी चांदी की बिछियां बरामद कीं। उसने बाकी गहने बेचकर 3.80 लाख रुपये नकद कमाए थे, जिन्हें एसबीआई खाते में जमा कर दिया था।

द्वारका जिले के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि 13 दिसंबर को उत्तम नगर निवासी ने शिकायत दर्ज कराई कि 7 से 13 दिसंबर के बीच उनके घर से सोने-चांदी के गहने चोरी हो गए। परिवार उस दौरान बाहर गया था। बिंदापुर थाने में ई-एफआईआर दर्ज की गई। मामला हाई-वैल्यू का होने से एंटी-बर्गलरी सेल को सौंपा गया। इंस्पेक्टर विवेक मैंदोला के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने मौके का मुआयना किया तो दरवाजे-ताले में जबरन घुसने के कोई निशान नहीं मिले। शक अंदरूनी व्यक्ति पर गया।

नजदीकी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो 12 दिसंबर की दोपहर में एक नकाबपोश महिला शिकायतकर्ता के घर में घुसते और महज 15 मिनट बाद निकलते दिखी। टीम ने उसकी ट्रेल फॉलो की और जनकीपुरी की गली नंबर 3 में वह नकाब हटाते दिखी। फोटो शिकायतकर्ता को दिखाई गई तो उसने उसे अपनी पूर्व सहायिका किरण के रूप में पहचान लिया, जो जून 2025 तक उनके घर काम करती थी।

किरण का पुराना मोबाइल स्विच ऑफ था। टीम ने सीडीआर निकाली और नया नंबर ट्रेस किया। उसकी लोकेशन राजौरी गार्डन और जनकीपुरी पता चली। कई जगह छापे मारे गए। आखिरकार महिला हेड कांस्टेबल सोनिया के मुखबिर ने सूचना दी कि किरण जनकीपुरी के किराए के फ्लैट में है और भागने की तैयारी कर रही है।

टीम ने तुरंत छापा मारकर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना असली नाम भारती उर्फ किरण बताया और चोरी के गहने निकालकर सौंप दिए। उसने कबूल किया कि काम करते समय उसने चाबी का डुप्लीकेट बनवा लिया था। मालकिन के मां की मौत के बाद परिवार के बाहर जाने की जानकारी मिलते ही उसने चोरी की योजना बनाई। बाकी गहने बेचकर 3.80 लाख रुपये कमाए, जो उसने बच्चे के भविष्य और छोटा फ्लैट खरीदने के लिए बैंक में जमा कर दिए थे।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More