कांस्टेबल विकाश की बहादुरी: चाकू से हाथ पर हमला हुआ फिर भी नहीं छोड़ा, पुलिस ने चाकूबाज लुटेरे को दबोचा

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की डीबीजी रोड थाना पुलिस ने एक नशेड़ी लुटेरे को रंगे हाथों गिरफ्तार कर तीन मामले सुलझा लिए। आरोपी ने पहले रिक्शा चालक से चाकू की नोक पर 500 रुपये लूटे, फिर पकड़ने आए कांस्टेबल विकाश पर चाकू से हमला कर दिया। हाथ में गहरी चोट लगने के बावजूद कांस्टेबल ने हिम्मत नहीं हारी। आरोपी ने खुद अपने सिर पर चाकू मारकर खून बहाया और एड्स का झूठा डर दिखाकर भीड़ में गायब हो गया, लेकिन कुछ ही घंटों में शिद्दीपुरा पुलिस पोस्ट की टीम ने उसे धर दबोचा।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधिन वलसन ने बताया कि 22 नवंबर को राज पार्क में गश्त कर रहे कांस्टेबल विकाश के पास रिक्शा चालक मोहम्मद कमाल पहुंचा और रोते हुए बोला कि घोड़े वाली गली में एक लड़के ने चाकू दिखाकर उसकी जेब से 500 रुपये निकाल लिए। विकाश तुरंत पीड़ित को लेकर मौके पर पहुंचे। वहां पीड़ित ने दूर खड़े लड़के को पहचान लिया। जैसे ही कांस्टेबल ने उसे पकड़ने की कोशिश की, आरोपी ने चाकू निकालकर हमला कर दिया। कांस्टेबल के हाथ में गहरी चोट लगी, लेकिन उन्होंने पकड़ नहीं छोड़ी।

आरोपी ने भागने के लिए खुद अपने सिर पर चाकू मार लिया और चिल्लाने लगा कि “मुझे एड्स है, छोड़ दो वरना सबको लग जाएगा”। भीड़ जमा होते देख वह फायदा उठाकर भाग निकला और चाकू रेलवे लाइन के खंडहर में फेंक दिया। कांस्टेबल विकाश ने तुरंत एसएचओ को सूचना दी।

डीसीपी ने बताया कि एसएचओ रणधीर सिंह के निर्देश पर शिद्दीपुरा पीपी इंचार्ज एसआई सुमित सिंह ने टीम गठित की। एसीपी पहाड़गंज शौरभ ए. नरेंद्र के मार्गदर्शन में कुछ ही घंटों में घोड़े वाली गली और आसपास छापेमारी कर आरोपी को पकड़ लिया गया। उसने अपना नाम किशनगंज निवासी रितिक (24 वर्ष) बताया। अस्पताल ले जाने पर उसके कपड़ों से लूटे हुए ठीक 500 रुपये बरामद हो गए। रितिक के बयान पर चाकू और लूट के समय पहने कपड़े भी जब्त कर लिए गए। डीबीजी रोड थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इस गिरफ्तारी से थाने की दो और चोरी की ई-एफआईआर भी सॉल्व हो गईं। रितिक का पुराना रिकॉर्ड भी सामने आया है, जिसमें चोरी का प्रयास और अवैध हथियार रखने के मामले शामिल हैं।

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