हौज काजी थाना पुलिस ने चोरी के तीसरे फरार आरोपी को वजीराबाद से दबोचा, सोने के गहने और नकदी बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की हौज काजी तब पुलिस ने एक महीने पुरानी बड़ी घरेलू चोरी का पूरा पर्दाफाश कर दिया। अंतरराज्यीय चोर गैंग के तीसरे और आखिरी फरार आरोपी सहिद उर्फ सहिद जैदी उर्फ पासा को वजीराबाद पुस्ता से धर दबोचा गया। उसके पास से सोने की एक बाली, एक कुंडल और 8,700 रुपये नकद बरामद हुए। इस गिरफ्तारी के साथ ही 2.5 लाख की चोरी का ब्लाइंड केस पूरी तरह सॉल्व हो गया।

डीसीपी सेंट्रल निधिन वलसन ने बताया कि घटना 23 अक्टूबर को जीनत महल इलाके में घटी। एक परिवार रिश्तेदार की शादी में जाफराबाद गया हुआ था। 26 अक्टूबर को लौटने पर घर का ताला टूटा पाया। अंदर से सोने-चांदी-हीरे के गहने, घड़ी और 2.5 लाख रुपये नकद गायब थे। हौज काजी थाने में केस दर्ज किया गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार सुमन के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी सर्विलांस और फील्ड जांच में दिन-रात जुटकर काम किया। 16 नवंबर को पहले दो आरोपी अकरम उर्फ मुल्ला उर्फ गोविंदा (56 वर्ष) और रिजवान उर्फ मियां (62 वर्ष) को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से दो देसी कट्टे, दस जिंदा कारतूस, घर फोड़ने के औजार तथा मास्क-कपड़े बरामद हुए। तीसरा आरोपी सहिद उस समय फरार हो गया था।

डीसीपी ने बताया कि मुखबिरों की सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर 22 नवंबर को टीम ने वजीराबाद पुस्ता में छापेमारी की। सहिद को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने चोरी में अपनी पूरी भूमिका कबूल कर ली और बाकी बचा माल अपने पास से सौंप दिया। बरामद सामान में सोने की एक बाली, एक कुंडल और 8,700 रुपये नकद शामिल हैं। आरोपी सहिद के खिलाफ 2017 में ओखला थाने में उसके खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज है। वहीं, 2008 में सीलमपुर थाने में हत्या और आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज हुआ था। आगे की जांच जारी हैं।

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