दिल्ली पुलिस की मेगा सर्जिकल स्ट्राइक “ऑपरेशन साइहॉक”, 360 नई FIR, 877 गिरफ्तार, 4467 हिरासत में और 1000 करोड़ की ठगी का नेटवर्क ध्वस्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा और सबसे खतरनाक हमला बोलते हुए ‘ऑपरेशन साइहॉक’ को ऐतिहासिक सफलता के साथ पूरा कर लिया। पुलिस कमिश्नर सतीश गोलछा के नेतृत्व में शुरू किए गए इस मेगा अभियान में सिर्फ 48 घंटे के अंदर पूरे दिल्ली के सभी जिलों में एक साथ ताबड़तोड़ छापेमारी हुई। नतीजा यह रहा कि 4467 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 877 ठगों को या तो गिरफ्तार कर लिया गया या ठोस तकनीकी और वित्तीय सबूतों के आधार पर बाउंड डाउन किया गया।

जॉइंट सीपी रजनीश गुप्ता (IFSO) ने बताया कि गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के साथ पिछले एक महीने से ज्यादा समय तक चली गुप्त खुफिया तैयारी का ही नतीजा है कि पुलिस 3777 एनसीआरपी शिकायतों को सीधे दिल्ली में सक्रिय ठगों के म्यूल अकाउंट्स और मोबाइल नंबरों से जोड़ने में कामयाब रही। इन अकाउंट्स में पूरे देश से ठगे गए 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन पकड़ा गया है।

पुलिस ने कई फर्जी कॉल सेंटरों पर एक साथ धावा बोला और उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया। ये कॉल सेंटर फर्जी जॉब ऑफर, शेयर मार्केट-क्रिप्टो निवेश, कस्टमर केयर बनकर OTP मांगने और टेक सपोर्ट के नाम पर रिमोट एक्सेस लेकर लोगों को लूट रहे थे। छापों में सैकड़ों मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्ड डिस्क, हजारों सिम कार्ड, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक, ठगी के लेजर और रजिस्टर बरामद हुए, जो अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।

ऑपरेशन में 360 नई एफआईआर दर्ज की गईं, जबकि पहले से लंबित 160 साइबर केसों में भी बड़ी सफलता हाथ लगी। 509 लोगों को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 35 के तहत नोटिस थमाए गए, जो ठगी की पीछे की पूरी वित्तीय चेन से जुड़े हुए हैं। स्पेशल सीपी मधुप तिवारी और स्पेशल सीपी अनिल शुक्ला की ग्राउंड लीडरशिप में जॉइंट सीपी रजनीश गुप्ता (IFSO) और जॉइंट सीपी एस.के. जैन ने पूरे ऑपरेशन को कोऑर्डिनेट किया।

जॉइंट सीपी रजनीश गुप्ता (IFSO) ने साफ कहा, “साइहॉक साइबर ठगों को स्पष्ट संदेश है कि दिल्ली में अब उनका खेल खत्म हो गया। हमने उनकी वित्तीय कमर तोड़ दी है। यह सिर्फ शुरुआत है, ऐसे ऑपरेशन अब लगातार चलते रहेंगे।” बरामद डिजिटल सबूतों की जांच से कई और बड़े मास्टरमाइंड पकड़े जाएंगे, क्योंकि कई ठगों के तार यूपी, राजस्थान, बिहार और बंगाल तक जुड़े हैं।

दिल्ली पुलिस ने जनता से फिर अपील की है कि “STOP – THINK – ACT” का मंत्र अपनाएं। कोई भी अनजान व्यक्ति बैंक डिटेल, OTP या कोई ऐप डाउनलोड करने को कहे तो तुरंत 1930 डायल करें या नजदीकी थाने में शिकायत करें। हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क बन गया है, जहां तुरंत FIR होती है और ठगी का पैसा फ्रीज करने की कोशिश शुरू हो जाती है।

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