साइबर ठगों पर फरीदाबाद पुलिस का शिकंजा, 4.94 करोड़ की ठगी के मामले सुलझे,12 गिरफ्तार

फरीदाबाद : साइबर अपराधियों के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस की मुहिम तेज हो गई है। पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम अभिषेक जोरवाल के नेतृत्व में 13 व 14 नवंबर को साइबर थाना एनआईटी, सेंट्रल व बल्लभगढ़ की टीमों ने पांच अलग-अलग मामलों में कुल 12 आरोपियों को धर दबोचा। इन ठगों ने फोन हैकिंग, शेयर मार्केट निवेश, आईपीओ व टेलीग्राम टास्क के नाम पर लोगों से 4 करोड़ 94 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की थी।

पहला मामला एनआईटी थाने का है। गांव लधियापुर निवासी एक व्यक्ति का फोन हैक कर ठगों ने उसके बैंक खाते से पांच लाख रुपये निकाले और क्रेडिट कार्ड से 2.62 लाख का लोन लेकर कुल 7.62 लाख रुपये की चपत लगाई। पुलिस ने बुलंदशहर (उप्र) निवासी सुहैल (22) को गिरफ्तार किया, जो पीवीसी लगाने का काम करता है। पूछताछ में सुहैल ने कबूल किया कि उसने खाताधारक महराज का अकाउंट ठगों को मुहैया कराया था। महराज पहले ही सलाखों के पीछे है। सुहैल को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।

साइबर थाना सेंट्रल ने सबसे बड़ी ठगी के तीन मामलों में कार्रवाई की। सेक्टर-35 निवासी को इंस्टाग्राम पर आईआईएफएल का फर्जी लिंक भेजकर व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। शेयर मार्केट व आईपीओ में निवेश का लालच देकर 2.61 करोड़ रुपये ठग लिए। पुलिस ने बदायूं (उप्र) निवासी अजीत सक्सेना (36) को पकड़ा, जो सरकारी बस कांट्रैक्ट पर चलाता है। उसके खाते में 10 लाख रुपये आए थे। उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया गया।

इसी थाने ने सेक्टर-81 निवासी से 72.74 लाख व सेक्टर-28 निवासी से 96.65 लाख रुपये की ठगी के मामले सुलझाए। पहले मामले में चंडीगढ़ निवासी मनप्रीत सिंह (29) व रमन चड्डा (43) गिरफ्तार हुए। रमन खाते उपलब्ध कराता था। दोनों प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। पांच दिन का रिमांड मिला। दूसरे मामले में मुंबई के गुलशन नगर निवासी फिरोज यूसुफ कपाडिया (49) पकड़ा गया, जो ट्रांसपोर्ट ऑफिस में काम करता है। उसके खाते में 15 लाख आए थे। उसे भी पांच दिन का रिमांड मिला।

साइबर थाना बल्लभगढ़ ने टेलीग्राम टास्क के नाम पर सुनपेड निवासी से 4.01 लाख रुपये ठगने के मामले में चार दोस्तों को दबोचा। उत्तम नगर व विकास विहार (दिल्ली) निवासी अमरकांत (25), सूरज कुमार (25), इंजमाम उल हक (22) व चीशू (23) ने खातों की चेन बनाकर ठगी की। अमरकांत खाताधारक था। चारों को जेल भेजा गया।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि ठग सोशल मीडिया, व्हाट्सएप व टेलीग्राम के जरिए शिकार तलाशते हैं। फर्जी लिंक क्लिक करवाकर अकाउंट खुलवाते हैं और निवेश का झांसा देकर पैसे हड़पते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनजान लिंक पर क्लिक न करें और निवेश से पहले जांच करें।

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