द्वारका में 23 अफ्रीकी नागरिक बिना वीजा रहते पकड़े गए, पुलिस ने डिपोर्टेशन के लिए भेजे

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका जिला पुलिस ने अक्टूबर महीने में अवैध रूप से रह रहे 23 विदेशी नागरिकों को पकड़कर डिपोर्टेशन की प्रक्रिया पूरी की। ये लोग बिना वैध वीजा के भारत में ओवरस्टे कर रहे थे और स्थानीय संसाधनों पर बोझ बन रहे थे। सबसे ज्यादा 15 नाइजीरिया के, 4 सेनेगल के, 2 आइवरी कोस्ट के, 1 तंजानिया की महिला और 1 लाइबेरिया का नागरिक शामिल है। बिंदापुर थाने ने 20, डाबड़ी ने 2 और मोहन गार्डन ने 1 को पकड़ा।

द्वारका जिले के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि 1 से 31 अक्टूबर तक ऑपरेशंस यूनिट और थाना स्टाफ ने लगातार इंटेलिजेंस डेवलप किया। गुप्त सूचना पर छापेमारी कर इन विदेशियों को दबोचा गया। जांच में पता चला कि ये लोग वैध वीजा की समय सीमा खत्म होने के बाद भी दिल्ली में किराए के मकानों में छिपकर रह रहे थे। कुछ तो बिना वीजा ही भारत में घुसे थे।

पकड़े गए विदेशियों में नाइजीरिया के जेम्स एंथोनी, जॉन अडामा, इजेचुक्वु ओब्लूब्यूब किंग्सले, मुसा सिला, ओकोये गॉडविन चिब्जोर समेत 15 लोग शामिल हैं। सेनेगल से अलियोने टिने, जेन पॉल डियोफ, डिया जूल्स सुलेमान और सेने जूल्स सगाना पकड़े गए। आइवरी कोस्ट से अफोआ पेलार्जी क्रा (महिला) और कोउडियो याओ डेविड, तंजानिया से मैग्डालेना विटालिस किसेंगा (महिला) और लाइबेरिया से कॉपर किंग्सले को हिरासत में लिया गया।

सभी को एफआरआरओ के सामने पेश किया गया, जहां डिपोर्टेशन का आदेश हुआ। इसके बाद इन्हें डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया। डीसीपी द्वारका ने बताया कि अवैध विदेशी नागरिकों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। ये लोग स्थानीय संसाधनों का दुरुपयोग करते हैं और कई बार अपराधों में भी लिप्त पाए जाते हैं। द्वारका में ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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