गैलेक्सी टोयोटा कार्स के नाम पर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा करने वाला मास्टरमाइंड गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की इंटर स्टेट सेल ने गैलेक्सी टोयोटा के नाम पर बड़े फ्रॉड का मास्टरमाइंड युधिष्ठ चंद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने कंपनी का सेल्स एग्जीक्यूटिव बनकर ग्राहकों से टोयोटा फॉर्च्यूनर और हाइराइडर जैसी महंगी गाड़ियों के लिए ₹44.5 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की। फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर पैसे ऐंठे, डिलीवरी ऑर्डर फर्जी बनाए और सारा पैसा ऑनलाइन सट्टे में उड़ा दिया।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि गैलेक्सी ऑटोमोबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के शालीमार बाग ब्रांच के डायरेक्टर की शिकायत पर बीती 31 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी युधिष्ठ चंद 24 जून 2024 को कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव बना था। 17 अगस्त से वह ऑफिस आना बंद कर दिया। ग्राहकों ने शिकायत की कि उन्होंने गाड़ी के पैसे जमा कर दिए, लेकिन गाड़ी नहीं मिली। जांच में पता चला कि आरोपी ने “गैलेक्सी कार्स” नाम से फर्जी फर्म बनाई और करूर वैश्य बैंक में करंट अकाउंट खोला, जिसका नाम मूल कंपनी से मिलता-जुलता था। ग्राहकों को व्हाट्सएप पर फर्जी अकाउंट नंबर भेजकर पैसे डलवाए। दो ग्राहकों को फर्जी डिलीवरी ऑर्डर देकर गाड़ियां भी दीं, बाकी का पैसा हड़प लिया। बैंक स्टेटमेंट से खुलासा हुआ कि सारा पैसा ऑनलाइन बेटिंग में उड़ाया गया।

इंस्पेक्टर कमल कुमार के नेतृत्व में एसआई अशीष शर्मा, गुलाब सिंह, एएसआई शैलेंद्र सिंह, जफरुद्दीन, एचसी शक्ति सिंह, सुरेंद्र, वरुण कुमार, महेंद्र, करमबीर और कांस्टेबल नवीन की टीम ने तकनीकी निगरानी से 6 नवंबर को हैदरपुर से आरोपी को दबोच लिया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह 2019 से ही ऑनलाइन जुए का आदी है। परिवार ने 40 लाख का कर्ज चुकाकर उसे घर से निकाल दिया था। आईपीएल 2025 में फिर हार गया तो कंपनी और ग्राहकों को ठगने का प्लान बनाया। पुलिस ने आरोपी के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए हैं और बाकी बरामदगी की कोशिश की जा रही है। जांच जारी है, अन्य ग्राहकों से भी संपर्क किया जा रहा है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More