बस अड्डों पर यात्रियों को बेहोश कर लूटने वाला गैंग धराया, 16 मोबाइल फोन बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली में बस अड्डों पर यात्रियों को बेहोश कर लूटने वाला अंतरराज्यीय गैंग आखिरकार पुलिस के जाल में फंस गया। पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया थाना पुलिस ने दो शातिर बदमाशों—आदिल अली (25) और आलोक मिश्रा (23)—को शास्त्री नगर से धर दबोचा। इनके पास से 16 महंगे मोबाइल फोन, एक डेल लैपटॉप, सोने का झुमका, चांदी की चेन-कड़ा-अंगूठी, टावर स्पीकर, दर्जनों चोरी के डेबिट-क्रेडिट कार्ड और नशीली दवा एटिवान की खाली स्ट्रिप्स बरामद हुईं। गैंग ने अब तक 10 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की है।

डीसीपी पूर्वी अभिषेक धानिया ने बताया कि मुख्य आरोपी आदिल हरदोई (यूपी) का रहने वाला है और शास्त्री पार्क में किराए के मकान में रहता है। 12वीं पास यह शख्स रेस्तरां में काम करता है, लेकिन अपना अलग गैंग चलाता है। उसने रिश्तेदार से नशीला बिस्किट बनाने की विधि सीखी और कूरियर से एटिवान 2 एमजी की गोलियां मंगवाकर घर पर ही जहर तैयार करता था। दूसरा आरोपी आलोक गाजियाबाद के लोनी का टेडी बियर बनाने वाला कारीगर है। आदिल ने उसे 20 हजार रुपये महीने का लालच देकर अपने साथ जोड़ा।

पहली वारदात 13 अगस्त की रात की है। मोरादाबाद जा रहे मो. उस्मान आनंद विहार से यूपी रोडवेज बस में सवार हुए। पास की सीट पर बैठा शख्स दोस्ती बढ़ाई और पानी की बोतल थमा दी। पीते ही उस्मान बेहोश। अगले दिन मोरादाबाद के सिविल अस्पताल में होश आया तो ओप्पो एफ-21 प्रो फोन, 8 हजार नकद और बैग गायब। खाते से 40 हजार एटीएम और 5 हजार यूपीआई से उड़ा लिए गए। 18 अगस्त को ई-एफआईआर दर्ज हुई।

एसएचओ सत्यप्रकाश के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल हर्षित, अनुज और सुनील की टीम ने यमुना विहार के एसबीआई एटीएम का सीसीटीवी खंगाला। सीडीआर से एक संदिग्ध सिम और आईएमईआई ट्रेस हुआ, जो रामपुर की एक अन्य पीड़िता का निकला। तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की सूचना पर शास्त्री नगर में दबिश दी गई। पूछताछ में दोनों कबूल गए कि रात-बिरात आनंद विहार व कौशांबी बस अड्डों पर अकेले यात्रियों को निशाना बनाते थे। आलोक दोस्ती गाढ़ी करता, आदिल नशीला पानी-बिस्किट थमाता। बेहोश यात्री से सामान लूट अगले स्टॉप पर उतर जाते। ओटीपी से नया पिन बनाकर खाते खाली कर लेते। पुलिस ने 16 मोबाइल, लैपटॉप, गहने, स्पीकर, कार्ड-आधार और एटिवान की खाली स्ट्रिप्स बरामद कीं। चार मामले सुलझे, कई और जुड़ने की आशंका। आगे की जांच जारी हैं।

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