पुष्पा स्टाइल में तस्करी करने वाले दो गिरफ्तार, 10 टन लाल चंदन की खेप जब्त, चीन भेजने की थी साजिश

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आंध्र प्रदेश की रेड सैंडर्स एंटी-स्मगलिंग टास्क फोर्स ने फिल्मी अंदाज में तुगलकाबाद गांव के एक गोदाम पर छापा मारकर 10 टन लाल चंदन की लकड़ी जब्त की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 6 करोड़ रुपये है। इस सनसनीखेज ऑपरेशन में दो अंतरराज्यीय तस्कर, हैदराबाद के टोली चौकी का निवासी इरफान उर्फ नूर मोहम्मद और ठाणे का निवासी अमित संपत पवार, को धर दबोचा गया। ये तस्कर ‘पुष्पा’ स्टाइल में लाल चंदन को ट्रक में छिपाकर तिरुपति से दिल्ली लाए थे और इसे चीन समेत दक्षिण एशियाई देशों में तस्करी करने की फिराक में थे।

आंध्र प्रदेश पुलिस को बीते अगस्त में तिरुपति में लाल चंदन चोरी की सूचना मिली थी। वहां कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि लकड़ी दिल्ली भेजी जा रही है। इस इनपुट पर दिल्ली पुलिस की एसटीएफ और आंध्र प्रदेश की आरएसएएसटीएफ ने जाल बिछाया। 6 अक्टूबर को तुगलकाबाद के गोदाम पर दबिश दी गई, जहां 9,500 किलो लाल चंदन बरामद हुआ। तस्करों ने इसे ट्रक में छिपाकर अगस्त के पहले हफ्ते में दिल्ली पहुंचाया था। पूछताछ में इरफान और अमित ने कबूला कि वे इस बेशकीमती लकड़ी को चीन और अन्य देशों में औषधीय मांग के चलते तस्करी करने वाले थे।

इस कार्रवाई में दिल्ली पुलिस की एसटीएफ टीम (इंस्पेक्टर प्रमोद चौहान, एएसआई मुकेश, एचसी मनोज, शहजाद, कपिल, भीम) और आंध्र प्रदेश की आरएसएएसटीएफ टीम (इंस्पेक्टर खादर बाशा, एसआई मुरलीधर, सीटी बिलाल, सीटी कृष्णा) ने मिलकर काम किया। डीसीपी साउथ ईस्ट हेमंत तिवारी ने ऑपरेशन की निगरानी की।

डीसीपी साउथ ईस्ट हेमंत तिवारी ने बताया कि लंबी पूछताछ में आरोपी स्वीकार किया कि वे लाल चंदन को चीन और दक्षिण एशियाई देशों में तस्करी करने की योजना बना रहे थे, जहां इसकी औषधीय गुणों के कारण भारी मांग है। आगे की जांच जारी है, जिसमें उनके अन्य कनेक्शनों का पता लगाया जा रहा है। लाल चंदन एक संरक्षित प्रजाति है, जिसकी तस्करी वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत गंभीर अपराध है।

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