ओखला में नकली सामान के रैकेट का भंडाफोड़, एक करोड़ का माल जब्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ओखला औद्योगिक क्षेत्र में नकली सामान बनाने और बेचने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नकली पैकेजिंग सामग्री और उत्पाद जब्त किए गए हैं। यह अवैध कारोबार मून डस्ट पेपर प्राइवेट लिमिटेड और इसके ब्रांड कैप्टन गोगो की नकली पैकेजिंग के जरिए चल रहा था, जो ट्रेडमार्क और कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन कर रहा था। क्राइम ब्रांच ने संगम विहार निवासी सगीर अहमद उर्फ मोनू, संगम विहार निवासी शाहनवाज अहमद और तेहखंड गांव निवासी तौसाम अंसारी को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना मोहम्मद जियारत फरार है।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि यह कार्रवाई मून डस्ट पेपर प्राइवेट लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि आकाश गुप्ता की शिकायत पर शुरू हुई। शिकायत में कहा गया था कि कुछ लोग अवैध रूप से कैप्टन गोगो ब्रांड की नकल करते हुए नकली कार्टन, लेबल और पैकेजिंग सामग्री बना रहे थे। ये नकली उत्पाद दिल्ली/एनसीआर में बेचे जा रहे थे, जिससे उपभोक्ताओं को ठगा जा रहा था और कंपनी को आर्थिक नुकसान हो रहा था।

इंस्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट के नेतृत्व में और एसीपी रमेश चंदर लांबा की निगरानी में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई रविंदर कुमार, एसआई संजय कुमार, डब्ल्यूएसआई सिमरजीत कौर, एएसआई रतन सिंह, एएसआई वीरेंद्र सिंह, एचसी राम हरि, एचसी विकास, एचसी नरेंद्र, एचसी नेमी और कांस्टेबल प्रवीन कुमार शामिल थे। गुप्त सूचना के आधार पर ओखला औद्योगिक क्षेत्र में छापेमारी की गई, जहां एक पूरी तरह से सक्रिय नकली पैकेजिंग इकाई पकड़ी गई। मुख्य आरोपी तौसाम अंसारी को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया, जो इस इकाई का संचालन कर रहा था। दो अन्य आरोपी, सगीर अहमद उर्फ मोनू और शाहनवाज अहमद को हिरासत में लिया गया, जबकि मुख्य सरगना मोहम्मद जियारत फरार है।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने ओखला और आसपास की इकाइयों से 18 बक्से इनर कोन सिगरेट पैकेजिंग,45 किलोग्राम प्रिंटेड इनर कोन शीट्स, 33 प्रिंटिंग प्लेट्स, एक प्रिंटिंग डाई, एक हैवी-ड्यूटी प्रिंटिंग मशीन जब्त की गई हैं। जब्त सामग्री का कुल अनुमानित बाजार मूल्य एक करोड़ रुपये से अधिक है।

पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी सस्ते उत्पाद खरीदकर उन्हें नकली होलोग्राम, लेबल और पैकेजिंग के जरिए कैप्टन गोगो ब्रांड के उत्पादों की तरह पेश करते थे। इन नकली सामानों को दिल्ली/एनसीआर के डीलरों और थोक विक्रेताओं को मुख्य रूप से नकद लेनदेन के जरिए बेचा जाता था। एक अन्य प्रिंटिंग इकाई पर भी छापा मारा गया, जहां से समान नकली सामग्री बरामद की गई।

डीसीपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच पुलिस स्टेशन में कॉपीराइट अधिनियम की धारा 63/68 और बीएनएस की धारा 349/318(2)/61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। फरार मुख्य सरगना और वितरण नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जांच जारी है।

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