बेशकीमती खजाने को यूएस को ‘गिरवी’ रख रहा पाकिस्तान, अमेरिका के लिए इस्लामाबाद ने खोला ‘21वीं सदी के सोने’ की खान

राष्ट्रीय जजमेंट

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर से मुलाकात कर ऐसे एक बेशकीमती धरोहर भेंट की है. पाकिस्तान के इस कदम को लेकर दुनिया हैरान है. लोग यह कह रहे हैं कि पाकिस्तान पर इसलिए ही अमेरिका मेहरबान है. कमेंट आ रहे हैं कि ‘सीक्रेट खजाना’ बेचने ही शरीफ-मुनीर वॉशिंगटन के व्हॉइट हाउस पहुंचे थे.

पाकिस्तान के आर्मी चीफ आस‍िम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भेंट में बॉक्स में बंद ‘खजाना’ भेंट किया. जब यह जब खोला गया तो उसमें बेशकीमती पत्थर के टुकड़े मिले. ये टुकड़े बास्टेनजाइट (Bastnäsite) और मोनाजाइट (Monazite) के थे. ये पत्थर ‘21वीं सदी का सोना’ है. इसे रेयर अर्थ मिनरल्स हैं. पाकिस्तान शायद अपने इस खजाने को अमरिकी हाथों में सौंपेगा.ट्रंप को सौंपे गए ये ऐसे खनिज हैं, जिनमें रेयर अर्थ मिनरल्स, जैसे सेरियम, लैंथेनम और नियोडिमियम जैसी बेहद दुर्लभ और कीमती मेटल पाए जाते हैं. हाई-टेक इंडस्ट्री में इन धातुओं का इस्तेमाल होता है. हाइब्रिड गाड़ियों के मैग्नेट, मोबाइल फोन के पार्ट्स और यहां तक कि मिसाइल टेक्नोलॉजी में भी धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल किया जाता है. एक्सपर्ट का कहना है कि इन मेटल्स को ‘21वीं सदी का सोना’ कहा जाता है. ट्रंप को दिए गए इस तोहफे को पाकिस्तान की कूटनीतिक रणनीति माना जा रहा है.
गौर करें तो पाकिस्तान के फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाइजेशन (FWO) ने इस महीने अमेरिका की यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स कंपनी के साथ एक समझौते पर दस्तखत किए हैं. इस समझौते में पाकिस्तान में एक पॉली-मेटालिक रिफाइनरी स्थापित करने की योजना पर काम होगा. इसमें रेयर अर्थ मेटल (Rare Earth Minerals) भी शामिल है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप से पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ से भेंट की थी.
अमेरिकी कंपनी ने पाकिस्तान में 500 मिलियन डॉलर के निवेश पर समझौता किया है. इस समझौते के तहत खनिज संसाधनों की खोज और रिफाइनरी बनाई जा सकेगी. अमेरिका इस समझौते के जरिए पाकिस्तानी खजाने पर राज करने की तरफ कदम उठा दिया है.
व्हॉइट हाउस में बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर की मुलाकात हुई. इस एक्सक्लूसिव भेंट को व्हॉइट हाउस ने अपनी गैलरी में जारी किया है. व्हॉइट हाउस की रिलीज में ऐसी अनोखी तस्वीर सामने आई है, जिसने सबको स्तब्ध कर रखा है.
आसिम मुनीर ने डोनाल्ड ट्रंप को एक लकड़ी के बॉक्स में बंद एक ‘खजाना’ भेंट किया. इस अद्भुत खजाने को लेकर दावा किया जा रहा है कि आसिम मुनीर ट्रंप को पाकिस्तान के रेयर अर्थ मिनरल्स (Rare Earth Minerals) का एक नमूना दिखा रहे हैं. इसके खातिर ही बीते कुछ महीनों से यूएसए पाकिस्तान पर मेहरबान है.
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी. इसके साथ ये भी जान लें कि शहबाज शरीफ बीते 6 सालों में व्हॉइट हाउस पहुंचने वाले पहले पाकिस्तानी वजीरे आजम हैं. इस दौरे में शहबाज के साथ पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर से भी ट्रंप ने मुलाकात की थी.
गौर करें तो इससे पहले इसी साल जून महीने में ओवल ऑफिस में आसिम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड से मिले थे. साथ ही आमने-सामने बैठकर बातें की थीं. यह बैठक तकरीबन डेढ़ घंटे तक चली थी. इस मीटिंग में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी शामिल थे. इसके बाद पाकिस्तानी कार्यालय से जारी किए गए बयान में शहबाज शरीफ ने डोनाल्ड ट्रंप को “शांतिप्रिय” शासक और इंसान बताते हुए कहा था कि वे दुनिया भर में संघर्षों को जड़ से समाप्त करने में ईमानदार प्रयास कर रहे हैं.
इतना ही नहीं शहबाज शरीफ ने जुलाई माह में अमेरिका के सा साथ हुए टैरिफ समझौते के लिए ट्रंप का शुक्रिया अदा किया था. इस समझौते के तहत पाकिस्तानी आयात पर अमेरिका ने 19% टैरिफ लगाया था. इसके साथ ही वॉशिंगटन, पाकिस्तान के तेल भंडार के विकास में उसकी हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया था.
इस्लामाबाद से जारी इस बयान में यह भी कहा गया कि शरीफ ने विश्वास जताया कि ट्रंप के नेतृत्व में पाकिस्तान-अमेरिका साझेदारी का पारस्औपरिक लाभ मिलेगा और दोनों देसों के बीच संबंध बहुत मजबूत होंगे. इसके अलावा अमेरिकी कंपनियों को पाकिस्तान के कृषि, आईटी, खनन-खनिज और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करने का खुला ऑफर दिया गया.
यूएस की कंपनी से पाकिस्तानी कंपनी ने किया समझौता: इस महीने अमेरिका की यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स कंपनी के साथ सहयोग के लिए पाकिस्तान के फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाइजेशन (FWO) ने एक समझौता किया है. इस समझौते में पाकिस्तान में एक पॉली-मेटालिक रिफाइनरी स्थापित करने की भी एक योजना शामिल है.
गौर करें तो उन खनिजों के प्रोडक्शन और रीसाइक्लिंग पर यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स काम करती है, जिन्हें अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने एडवांस मैन्युफैक्चरिंग और ऊर्जा उत्पादन की अहम तकनीकों के लिए बेहद जरूरी माना जाता है.
पाकिस्तान के पीएम शहबाज के ऑफिस से जारी बयान में बताया गया कि उन्होंने यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स और मोटा-एंगिल के प्रतिनिधियों के साथ पाकिस्तान के तांबे, सोने, दुर्लभ मृदा और अन्य खनिज संसाधनों पर चर्चा की है. बयान के मुताबिक, दोनों पक्षों ने मिलकर मूल्यवर्धित सुविधाओं का विकास, खनिज प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाने और बड़े पैमाने पर खनन परियोजनाएं शुरू करने पर जोर दिया है. इस साझेदारी की शुरुआत पाकिस्तान से खनिजों के निर्यात से होगी. इसमें खास तौर पर एंटीमनी, तांबा, सोना, टंगस्टन और दुर्लभ मृदा तत्व शामिल रहेंगे.

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