रैन बसेरा यूनियन के महासचिव ने होटल में ले जाकर युवती के साथ की घिनौनी हरकत, हुआ गिरफ्तार

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में एक शर्मनाक और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां रैन बसेरा में कार्यरत कर्मचारी और शेल्टर होम वर्कर्स यूनियन के महासचिव पर 18 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगा है। आरोपी, विकी शर्मा, न केवल रैन बसेरा में केयरटेकर की भूमिका निभाता है, बल्कि होमलेस एम्पावरमेंट ट्रस्ट का अध्यक्ष भी है। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी ने “जरूरी काम” का बहाना बनाकर उसे पहाड़गंज के एक होटल में बुलाया और वहां उसके साथ जबरदस्ती की। दिल्ली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 26 सितंबर को आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस अब होटल के सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल साक्ष्यों के आधार पर जांच को गहरा कर रही है।

साउथ दिल्ली निवासी 18 वर्षीय पीड़िता ने 25 सितंबर को पहाड़गंज थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि वह आरोपी विकी शर्मा को “भैया” कहकर बुलाती थी, जो उसके लिए भरोसे का प्रतीक था। लेकिन इस भरोसे को तोड़ते हुए, विकी ने उसे धोखे से फंसाया। पीड़िता के मुताबिक, 22 सितंबर की रात करीब 8:20 बजे विकी ने फोन कर उसे “जरूरी काम” के लिए न्यू दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर बुलाया। अगले दिन, सितंबर को सुबह 9:49 बजे दोबारा फोन आने पर उसने परिवार की अनुमति लेकर मेट्रो स्टेशन का रुख किया।

मेट्रो स्टेशन पर विकी कुछ दस्तावेज लेकर खड़ा था। उसने निजी बातचीत का हवाला देकर पीड़िता को पास के एक होटल में ले गया। वहां उसने कुछ दस्तावेजों के लिए पीड़िता का आधार कार्ड और हस्ताक्षर मांगे। इसके बाद उसने बातचीत को निजी मोड़ देते हुए पीड़िता के रिश्तेदारों को बदनाम करने की धमकी दी और चुप रहने की हिदायत दी। फिर, उसने पीड़िता से उनके निजी जीवन के बारे में आपत्तिजनक सवाल किए।

जब पीड़िता ने इसका विरोध किया और घर जाने की जिद की, तो विकी ने उसके साथ जबरदस्ती की। डरी-सहमी पीड़िता ने मेट्रो स्टेशन छोड़ने की गुहार लगाई। इसके बाद आरोपी ने उसे रिक्शे में 1000 रुपये जबरन थमाए, जिन्हें गुस्से और आक्रोश में पीड़िता ने फाड़ दिया।

घर पहुंचने पर पीड़िता ने घबराहट और डर के बीच अपने परिवार को पूरी घटना बताई। परिवार के मुताबिक, इस घटना ने पीड़िता को गहरे सदमे में डाल दिया है। वह डर से कांप रही थी और लगातार घबराहट में थी। परिवार ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया, लेकिन शिकायत दर्ज कराने में उन्हें कई थानों के चक्कर काटने पड़े। हौजखास, कमला मार्केट और पहाड़गंज थानों में देर रात तक भटकने के बाद आखिरकार पहाड़गंज थाने में शिकायत दर्ज हो सकी। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि इस दौरान थानों में महिला पुलिसकर्मियों की कमी थी, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई।

पहाड़गंज थाने की सब-इंस्पेक्टर मलिक ने 25 सितंबर को शिकायत दर्ज होने के बाद तहरीर तैयार की। पुलिस ने पीड़िता के साथ होटल का दौरा किया, जहां उसने घटनास्थल की पहचान की। इसके बाद पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) के तहत उसकी जांच हुई। साथ ही, एलएनजेपी हॉस्पिटल के वन स्टॉप सखी सेंटर में पीड़िता की काउंसलिंग की गई ताकि उसे मानसिक सहारा मिल सके।

26 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 64(1) के तहत दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आरोपी विकी शर्मा को हिरासत में ले लिया। पुलिस अब होटल के सीसीटीवी फुटेज, मेडिकल साक्ष्यों और अन्य सबूतों की पड़ताल कर रही है। जांच को और मजबूत करने के लिए पुलिस अतिरिक्त साक्ष्य जुटाने में जुटी है। मध्य जिले के डीसीपी निधन वाल्सन और पहाड़गंज थाना प्रभारी से आधिकारिक बयान लेने की कोशिश की गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिल सका।

आरोपी विकी शर्मा की सामाजिक सेवा से जुड़ी छवि इस मामले को और गंभीर बनाती है। वह न केवल रैन बसेरा में केयरटेकर है, बल्कि शेल्टर होम वर्कर्स यूनियन का महासचिव और होमलेस एम्पावरमेंट ट्रस्ट का अध्यक्ष भी है। ऐसे व्यक्ति पर दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध का आरोप लगना समाज में आक्रोश पैदा कर रहा है। यह मामला रैन बसेरों और शेल्टर होम्स में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More