शाहदरा पुलिस ने तोड़ा लग्जरी कार चोरों का रैकेट, मास्टरमाइंड गिरफ्तार, चार लग्जरी कारें बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली की शाहदरा जिला पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए लग्जरी गाड़ियों की चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में गिरोह के सरगना मोहम्मद यामीन को गिरफ्तार किया गया और चार चोरी की लग्जरी कारें बरामद की गईं। यह गिरोह दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सक्रिय था, जो चोरी की गाड़ियों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचता था। शाहदरा की एएटीएस (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड) ने 10 दिन से अधिक की कड़ी मेहनत और रणनीति के बाद इस रैकेट का पर्दाफाश किया है।

शाहदरा जिला के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि 7-8 सितंबर 2025 की रात को विवेक विहार थाना क्षेत्र के योजना विहार में एक मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा कार चोरी होने की घटना सामने आई। इस मामले में विवेक विहार थाने में ई-एफआईआर दर्ज की गई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच का जिम्मा शाहदरा की एएटीएस को सौंपा गया। टीम ने घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया। साथ ही, गुप्त सूत्रों को सक्रिय कर सूचनाएं जुटाई गईं। 10 दिनों से अधिक की मेहनत के बाद, पुलिस ने संदिग्धों की पहचान की। 19 सितंबर को मिली एक पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस ने विवेक विहार थाना क्षेत्र में चौधरी चरण सिंह मार्ग, सीमापुरी से आनंद विहार की ओर जाने वाले रास्ते पर जाल बिछाया।

इस ऑपरेशन में पुलिस ने मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश निवासी 33 वर्षीय मोहम्मद यामीन को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से एक चोरी की मारुति स्विफ्ट बरामद की गई, जो सराय रोहिल्ला थाने में दर्ज ई-एफआईआर के तहत चोरी की गई थी।

पुलिस पूछताछ में यामीन ने खुलासा किया कि वह चोरी की गाड़ियों को प्राप्त करने और उन्हें बेचने के धंधे में सक्रिय है। उसने बताया कि वह 2017 में सऊदी अरब में राजमिस्त्री का काम करता था। 2022 में भारत लौटने के बाद उसने पुरानी गाड़ियों की खरीद-फरोख्त शुरू की, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह गलत रास्ते पर आ गया। इस दौरान उसकी मुलाकात उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी अकील से हुई, जो चोरी की गाड़ियों का धंधा करता था।

यामीन ने पुलिस को बताया कि अकील चोरी की गाड़ियों के इंजन और चेसिस नंबर को कंडम गाड़ियों के नंबरों से बदल देता था। इसके बाद यामीन मुरादाबाद के थकुरद्वारा में अपने एक परिचित से नकली नंबर प्लेट बनवाता था। फिर ये गाड़ियां ऊंचे दामों पर बेची जाती थीं और मुनाफा आपस में बांटा जाता था। इस गिरोह में मेरठ निवासी रहील भी शामिल था, जो कंडम गाड़ियों की जानकारी उपलब्ध कराता था।

यामीन के खुलासे के आधार पर पुलिस ने तीन दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड प्राप्त किया। इस दौरान पुलिस ने मुरादाबाद के पिपलसाना गांव से एक मारुति अर्टिगा और गाजियाबाद के कोयल एन्क्लेव से एक मारुति बलेनो और मारुति विटारा ब्रेजा बरामद की। ये सभी गाड़ियां चोरी की थीं और विभिन्न थानों में दर्ज मामलों से संबंधित थीं। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।

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