35,000 कलाकार, 10 किमी कैनवास,उकेरा ‘विकसित भारत’, एनडीएमसी ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

नई दिल्ली: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने शुक्रवार को एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की। सेवा पर्व के तहत ‘विकसित भारत के रंग, कला के संग’ थीम पर आयोजित कला महोत्सव में 35,000 से अधिक कलाकारों और छात्रों ने कर्तव्य पथ लॉन पर 10 किलोमीटर लंबा लाइव कैनवास पेंटिंग बनाकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। यह भव्य आयोजन त्रिवेणी कला संगम और दिल्ली विश्वविद्यालय के सहयोग से हुआ, जिसमें देश भर के कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता से ‘विकसित भारत’ की तस्वीर उकेरी।

कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, सांसद बांसुरी स्वराज, मनोज तिवारी, एनडीएमसी अध्यक्ष केशव चंद्रा, उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।

किरेन रिजिजू ने कहा, “कर्तव्य पथ पर हजारों युवाओं का उत्साह देखकर मन अभिभूत है। यह कला महोत्सव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर सेवा पर्व का अनूठा उपहार है।” वहीं, गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसे रचनात्मकता का ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा, “यह आयोजन न केवल रंगों से विकसित भारत को दर्शाता है, बल्कि युवाओं के सपनों को भी जीवंत करता है।”

पनामा का रिकॉर्ड तोड़ा, एकता का प्रतीक बना आयोजन

एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि 2014 में पनामा में 5,084 कलाकारों द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इस आयोजन ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। “यह राष्ट्रव्यापी आंदोलन है, जिसमें हर राज्य, जिला और गांव की भागीदारी रही। यह एकता और रचनात्मकता का प्रतीक है,” उन्होंने कहा।

आयोजन में पद्मश्री और पद्म विभूषण से सम्मानित कलाकारों जैसे जतिन दास, बिमान बी. बास, अद्वैत गडनायक, राम किशन छिपा, शांति देवी सहित कई नामी कलाकारों ने हिस्सा लिया। इन कलाकारों को मंच पर सम्मानित भी किया गया।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “यह आयोजन राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार हुआ, जिसमें देश भर के कलाकारों ने अपने सपनों को रंगों के जरिए व्यक्त किया। यह सेवा पर्व का अनमोल उपहार है, जो हमें कर्तव्यों की याद दिलाता है।”

सेवा पर्व का हिस्सा, पीएम के जन्मदिन पर अनूठा आयोजन

एनडीएमसी के इस आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पर्व की कड़ी में देखा जा रहा है। यह कला महोत्सव न केवल रचनात्मकता का उत्सव है, बल्कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को भी दर्शाता है।

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