चित्रकूट में नवोदय विद्यालय के 250 बच्चों ने खुद को कमरों में किया बंद; कहा- यहां पानी-बिजली की समस्या, खाने से निकलता है बाल और कचरा

राष्ट्रीय जजमेंट

चित्रकूट : मानिकपुर नवोदय विद्यालय के 250 बच्चों ने सुबह 7 बजे खुद को छात्रावास के कमरों में बंद कर लिया. खाना-बिजली-पानी और साफ-सफाई के इंतजामों पर नाराजगी जताई. हॉस्टल के अंदर से वीडियो बनाकर इसे वायरल कर दिया. थाना प्रभारी, एसडीएम समेत कई अफसर मौके पर पहुंचे. इसके बावजूद बच्चे नहीं माने. वे डीएम को बुलाने की जिद पर अड़े थे. करीब 4 घंटे के बाद एडीएम के समझाने पर वे शांत हुए.मानिकपुर नवोदय विद्यालय में 450 बच्चे पंजीकृत हैं. गुरुवार की सुबह 7 बजे स्कूल के करीब 250 छात्रों ने खुद को छात्रावास के कमरों में बंद कर लिया. वीडियो के जरिए बच्चों ने बताया कि स्कूल में बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यहां के स्टाफ से कोई समस्या नहीं है. मेस में खराब क्वालिटी का खाना दिया जाता है. यह खाने योग्य नहीं होता है. कभी खाने में बाल निकलता है तो कभी कचरा निकलता है.बच्चे बोले- हमें कच्ची रोटियां दी जाती हैं : बच्चों ने आरोप लगाया कि विद्यालय का खाना खाकर बच्चों को कई समस्याएं होती हैं. वे बीमार पड़ जाते हैं. कच्ची रोटियां दी जाती हैं. चावल भी नहीं पकाते हैं. बच्चों के साथ मेस में जानवरों जैसा व्यवहार किया जाता है. टंकी का पानी पीने के लिए दिया जाता है. कई जीव-जंतु आए दिन टंकी में मिलते हैं. टीचरों से हमें कोई दिक्कत नहीं है. विद्यालय में कई समस्याएं हैं. इनका समाधान न होने पर हमें मजबूर होकर यह कदम उठाना पड़ा. वहीं विरोध स्वरूप बच्चों ने 4 दिन पहले ही शुरू हुई अर्धवार्षिक परीक्षा भी छोड़ दी. उन्होंने हाथों में We Want DM लिखा पोस्टर ले रखा था.
बच्चों ने नहीं मानी एसडीएम और सीओ की बात : कुछ ही देर में यह मामला प्रशासन तक पहुंचा गया. मानिकपुर थाना प्रभारी बारिश के बीच टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. वे काफी देर तक बच्चों से दरवाजा खोलने की सिफारिश करते रहे, लेकिन बच्चे नहीं माने. उपजिलाधिकारी न्यायिक पूजा गुप्ता व प्रभारी एसडीएम मऊ आरआर रमन और पुलिस क्षेत्राधिकारी फहद अली भी मौके पर पहुंचे, लेकिन बच्चे उनसे बात करने को तैयार नहीं थे. वे डीएम से मुलाकात कराने की जिद पर अड़े रहे. बाद में डीएम के निर्देश पर एडीएम उमेश चंद निगम मौके पर पहुंचे. इस बीच विद्यालय प्रशासन ने मीडिया पर रोक लगा दी.एडीएम बोले-समस्याओं का होगा समाधान : करीब 3.30 घंटे गुजरने के बाद एबीवीपी के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे. उनके हस्तक्षेप के बाद बच्चों ने एडीएम को छात्रावास में आने दिया. इसके बाद उन्हें अपनी समस्याएं बताईं. दोपहर 12 बजे आश्वासन के बाद वे शांत हुए. अपर जिलाधिकारी उमेश चंद निगम ने मीडिया को बताया कि छात्रों की ओर से कई दिनों से विद्यालय स्टाफ से भोजन-पानी-सफाई समेत अन्य समस्याओं की शिकायत की जा रही थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया. बच्चों की मांगों की संबंध में डीएम से बात की जाएगी. जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा.लखीमपुर खीरी में भी नवोदय के बच्चों ने जताया था विरोध : लखीमपुर खीरी में भी 21 जुलाई को ऐसा ही मामला सामने आया था. तहसील मितौली में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के 160 छात्रों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था. छात्रों ने विद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. करीब 10 घंटे बाद पुलिस और प्रशासन ने बच्चों को बाहर निकाला था. बच्चों ने प्रिंसिपल पर विद्यालय परिसर में बच्चों के साथ बुरा व्यवहार करने का आरोप लगाया था.हाथरस में नवोदय के बच्चों ने लगाया था जाम : 28 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चों ने रोड पर जाम लगा दिया था. आरोप लगाया था कि पंखे धीमी रफ्तार से चलते हैं. खाने में सब्जी की क्वालिटी ठीक नहीं रहती है. बहुत मच्छर हैं. लड़कों के हॉस्टल में तमाम तरह की अव्यवस्थाएं हैं. अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने बच्चों की समस्याएं सुनकर उनके समाधान का आश्वासन देकर उन्हें शांत करा दिया था.

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