60 लाख की लूट का खुलासा, पुलिस मित्र से लूट का मास्टरमाइंड बना युवक, 700 किमी चेज के बाद गिरफ्तार, 15 लाख की लूटी नकदी बरामद

नई दिल्ली : करोल बाग में 60 लाख की लूट की सनसनीखेज वारदात का मास्टरमाइंड निकला एक पूर्व पुलिस मित्र! दिल्ली पुलिस की जॉइंट टीम ने रविवार को आनंद पर्वत से 25 साल के गगन को धर दबोचा। गगन, जो कभी डीसीडी में काम करता था और बाद में आनंद पर्वत थाने का पुलिस मित्र बना, उसने ही इस लूट की पूरी साजिश रची थी। पुलिस को 15 लाख रुपये की लूटी नकदी भी बरामद हो गई। बाकी फरार साथियों की तलाश में छापेमारी तेज हो गई है।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधन वाल्सन ने बताया कि घटना 8 सितंबर की शाम की है। करोल बाग से वेस्ट पंजाबी बाग जा रहे शिकायतकर्ता और उसके सहकर्मी स्कूटी पर 60 लाख रुपये की नकदी ले जा रहे थे। धोबी घाट, अल्फा गार्डन रोड के पास चार अज्ञात बदमाशों ने उन्हें रोका, दोनों को पीटा और शिकायतकर्ता को चाकू मार दिया। लूट की बैग छीनकर फरार हो गए। घायल शिकायतकर्ता को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। क्राइम टीम ने घटनास्थल पर खून से सना गॉज और स्कूटी बरामद की। पीड़ितों के बयानों पर प्रसाद नगर थाने में एफआईआर दर्ज हुई।

इस गंभीर अपराध को देखते हुए सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की एसीपी सुलेखा जगड़वार के नेतृत्व में ऑपरेशंस, स्पेशल स्टाफ, एएटीएस, नारकोटिक्स और प्रसाद नगर थाने की जॉइंट टीम गठित की गई। इंस्पेक्टर रोहित कुमार (स्पेशल स्टाफ), इंस्पेक्टर रघुबीर मीणा (एएटीएस) और इंस्पेक्टर आशीष दुबे (नारकोटिक्स) के नेतृत्व में 20 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने दिन-रात एक कर दी। लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। कुछ स्थानीय लोगों ने फुटेज देने में टालमटोल किया, लेकिन टीम ने हार नहीं मानी।

गुप्त सूत्रों के आधार पर मथुरा, आगरा, झांसी (यूपी), ग्वालियर और ओरछा (एमपी) में छापे मारे गए। 700 किलोमीटर लंबे पीछा के बाद दिल्ली के आनंद पर्वत से गगन को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि राजस्थान के चिरावा का रहने वाला गगन दिल्ली में पिता के फाइनेंस बिजनेस के साथ बड़ा हुआ। करोल बाग के फाइनेंसर साहिब उर्फ राफ्टर के आलीशान लाइफस्टाइल से प्रभावित होकर वह अपराध की दुनिया में कूद पड़ा। रिकी नाम के बदमाश से मिला, जिसके जरिए नॉडी, निखिल और सुनील को जोड़ा।

डीसीपी ने बताया कि साहिब ने एक महीने पहले शिकायतकर्ता के मालिक की नकदी की जानकारी दी। साजिश रचकर 8 सितंबर को लूट की। जंटा पार्क पर साहिब ने गगन को 15 लाख का हिस्सा थमाया। बाकी फरार साथी कार और स्कूटी से अलग-अलग ठिकानों पर नकदी छिपा चुके हैं। गगन का कोई पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं, लेकिन पुलिस मित्र बनकर विश्वासघात किया। फरार सहयोगियों को पकड़ने और बाकी 45 लाख बरामद करने की कोशिश जारी है।

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