एबीवीपी का डूसू घोषणापत्र जारी, रियायती मेट्रो पास, पिंक बूथ और दस हजार को इंटर्नशिप

नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव 2025 के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर छात्रों के बीच नई उम्मीद जगाई है। पांच हजार से अधिक छात्रों के सुझावों पर आधारित इस घोषणापत्र में रियायती मेट्रो पास, पिंक बूथ, सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन, फ्री हाई-स्पीड वाई-फाई और दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष छात्रवृत्ति जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी गई है। एबीवीपी ने दस हजार से अधिक छात्रों को इंटर्नशिप, खेल सुविधाओं और अनुदानित स्वास्थ्य बीमा पर विशेष जोर देने का वादा किया है।

घोषणापत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, खेल और रोजगार से जुड़े कई अहम बिंदु शामिल हैं। एबीवीपी ने सभी कॉलेजों में निःशुल्क हाई-स्पीड वाई-फाई, क्षेत्रीय भाषाओं में नोट्स, एमओओसी प्लेटफॉर्म का उपयोग और नेट परीक्षा के लिए विशेष कक्षाओं का वादा किया है। इसके अलावा, अनुदानित स्वास्थ्य बीमा, यूनिवर्सिटी हेल्थ कार्ड, ओपन जिम, और मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलिंग सेशन व माइंडफुलनेस सेंटर की स्थापना जैसे कदम भी प्रस्तावित हैं।

महिला सुरक्षा के लिए पिंक बूथ, सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और छात्रावासों के पास पीसीआर वैन की तैनाती पर जोर दिया गया है। दिव्यांग छात्रों के लिए एक्सेसबिलिटी ऑडिट, रैंप, विशेष शौचालय और ट्रांसजेंडर छात्रवृत्ति जैसे प्रावधान भी शामिल हैं। एबीवीपी ने दस हजार से अधिक छात्रों को इंटर्नशिप, रोजगार मेले और मुफ्त एआई प्रशिक्षण के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ाने का संकल्प लिया है।

घोषणापत्र जारी करने के लिए आयोजित पत्रकार वार्ता में एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सोलंकी, राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल, दिल्ली प्रदेश प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा और डूसू प्रत्याशी, अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान, उपाध्यक्ष पद के लिए गोविंद तंवर, सचिव पद के लिए कुणाल चौधरी और सह-सचिव पद के लिए दीपिका झा मौजूद थे।

डॉ. सोलंकी ने कहा, “यह घोषणापत्र छात्रों की वास्तविक जरूरतों को दर्शाता है। रियायती मेट्रो पास, महिला सुरक्षा और दिव्यांग सुविधाएं हमारी प्राथमिकता हैं। हम 365 दिन छात्रहित में काम करेंगे।” अध्यक्ष प्रत्याशी आर्यन मान ने खेल सुविधाओं और फ्री वाई-फाई पर जोर देते हुए डीयू को वैश्विक स्तर पर शीर्ष बनाने का वादा किया। उपाध्यक्ष प्रत्याशी गोविंद तंवर ने प्लेसमेंट सेल और जॉब फेयर की बात कही, जबकि सचिव प्रत्याशी कुणाल चौधरी ने स्वास्थ्य बीमा और ओपन जिम पर फोकस जताया। सह-सचिव प्रत्याशी दीपिका झा ने पिंक बूथ और आत्मरक्षा प्रशिक्षण जैसे कदमों को महिला सशक्तीकरण का आधार बताया।

एबीवीपी ने गत वर्षों में यू-स्पेशल बस, नए छात्रावास और छात्र गतिविधि केंद्र जैसे कार्यों से छात्रों का भरोसा जीता है। संगठन का दावा है कि यह घोषणापत्र छात्रों की जरूरतों का सटीक जवाब है और वह सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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