द्वारका में कैब ड्राइवर से लूटपाट, गैंग में मशहूरी के लिए बनाया वीडियो, चार नाबालिक हिरासत में

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका में गुरुवार रात जब चार नाबालिगों ने कैब ड्राइवर को गला दबाकर कार से बाहर फेंक दिया और उसका सामान लूटकर फरार हो गए थे। जिले के थाना द्वारका साउथ पुलिस ने कैब लूट के एक सनसनीखेज मामले में चार नाबालिगों को महज 6 घंटे में हिरासत में लिया। चारों नाबालिग पालम के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से लूटी गई ह्यूंडई औरा कार ,मोबाइल, पर्स और अन्य सामान बरामद किया गया।

द्वारका जिले के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 9:58 बजे थाना द्वारका साउथ में एक पीसीआर कॉल के जरिए कैब लूट की सूचना मिली। टैक्सी ड्राइवर शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे रैपिडो ऐप के जरिए एक बुकिंग मिली थी। बुकिंग के मुताबिक, वह पिकअप पॉइंट पर पहुंचा, जहां चार लड़कों ने उसकी कैब में सवारी की और कालकाजी के लिए रवाना हुए। रास्ते में, उन्होंने ड्राइवर को गुमराह कर सिद्धार्थ कुंज अपार्टमेंट, सेक्टर-7 और भैंसवाला पार्क के बीच सुनसान रास्ते पर ले गए। वहां, सुनसान जगह का फायदा उठाकर उन्होंने ड्राइवर को गला दबाकर कार से बाहर खींच लिया और उसकी कार, मोबाइल, पर्स और अन्य सामान लूटकर फरार हो गए। शिकायत के आधार पर धारा 309(4)/317(2)/3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया।

सूचना मिलते ही थाना द्वारका साउथ के एसएचओ राजेश कुमार साह की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई। इसमें एसआई अभिषेक राणा, एएसआई महावीर, हेड कांस्टेबल प्रवीण यादव, सुधीर, मनोज, सुरेंद्र और दिलबाग शामिल थे। इस कार्रवाई की निगरानी एसीपी किशोर कुमार रेवाला ने की।

पुलिस ने तुरंत आसपास के इलाकों में गहन तलाशी शुरू की। सड़कों, सर्विस लेन और पार्कों की जांच की गई। कंट्रोल रूम और पीसीआर वैन को अलर्ट किया गया, टोल प्लाजा को सूचित किया गया और लूटी गई कार का विवरण प्रसारित किया गया। सीसीटीवी फुटेज की जांच के साथ-साथ रैपिडो कंपनी से बुकिंग डिटेल्स हासिल की गईं। हेड कांस्टेबल प्रवीण यादव की गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर पुलिस ने लूटी गई कार को सेक्टर-6, द्वारका के अनुसंधान अपार्टमेंट के पास खोज निकाला। पुलिस ने इलाके को घेर लिया और कार में बैठे चारों नाबालिगों को धर दबोचा।

पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि लूट के बाद वे अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने शास्त्री पार्क गए और फिर आशीर्वाद लेने कालका माता मंदिर पहुंचे। उन्होंने लूटी गई कार में एक वीडियो भी बनाया, जिसमें वे कह रहे थे, “ये देखो, हमारे भाइयों ने, सारे भाइयों ने ये गाड़ी लूट ली है।” यह वीडियो वे अपने गैंग में वायरल कर मशहूर होना चाहते थे। आरोपियों ने बताया कि वे पालम गांव के अमन उर्फ रज्जी गैंग के सदस्य हैं। रज्जी भी पहले अपने प्रतिद्वंद्वी पर फायरिंग का वीडियो बनाकर गैंग में मशहूर हुआ था।

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