चेन्नई में 1.79 करोड़ की धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड दंपति दिल्ली से गिरफ्तार

नई दिल्ली: चेन्नई साइबर क्राइम पुलिस और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में एक ऑनलाइन ठगी के मामले में वांछित पति-पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान रंजना मौर्या और उनके पति शिव नंद मौर्या के रूप में हुई है, जिन्होंने कथित तौर पर 1 करोड़ 79 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया। यह कार्रवाई चेन्नई के अशोक नगर थाने में दर्ज एफआईआर के तहत की गई।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि 9 सितंबर को चेन्नई साइबर क्राइम पुलिस की एक टीम ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के कार्यालय में संपर्क किया और इस मामले में सहायता मांगी। चेन्नई पुलिस ने बताया कि रंजना मौर्या के बैंक खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। आरोपी दंपति दिल्ली के हरदेव नगर, झरोदा, गली नंबर 5, डी-35, चौथी मंजिल पर रहते हैं। इस जानकारी के आधार पर क्राइम ब्रांच ने तुरंत एक टीम गठित की।

क्राइम ब्रांच के एसीपी पंकज अरोड़ा देखरेख में इंस्पेक्टर दिलीप कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसमें एसआई अंकुर, एसआई अशोक कुमार, एसआई संजय शर्मा, एसआई विजय हुड्डा, एचसी सोमेश और एचसी विनीत शामिल थे। इस टीम ने चेन्नई पुलिस के इंस्पेक्टर प्रेमिला और एसआई पी. जानकी रमन के साथ मिलकर हरदेव नगर और आरोपियों के कार्यस्थल पर छापेमारी की। इस दौरान दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया।

पूछताछ में पता चला कि रंजना मौर्या और शिव नंद मौर्या पति-पत्नी हैं। उन्होंने बताया कि मेरठ निवासी इमरान नामक व्यक्ति उनके परिचित हैं। इमरान के कहने पर रंजना के बैंक खाते में 5 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए, जिसे बाद में निकालकर इमरान को दे दिया गया। इसके बदले में उन्हें 1 लाख रुपये कमीशन के रूप में मिले। आरोपियों ने इमरान का पता और फोन नंबर भी पुलिस को प्रदान किया। पुलिस ने मेरठ में छापेमारी की, लेकिन इमरान को पकड़ने में सफलता नहीं मिली। दोनों आरोपियों को दिल्ली की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 12 सितंबर 2025 तक चेन्नई की संबंधित अदालत में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस अब इमरान की तलाश में छापेमारी तेज कर रही है और मामले की गहन जांच जारी है।

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