लालबागचा राजा शोभायात्रा में मोबाइल चोरी कर नेपाल भेजने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दिल्ली पुलिस ने चार को पकड़ा

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक अंतरराष्ट्रीय मोबाइल चोरी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह मुंबई के प्रसिद्ध “लालबागचा राजा” शोभायात्रा और अन्य भीड़भाड़ वाले आयोजनों में चोरी किए गए 45 महंगे मोबाइल फोन नेपाल भेजने की फिराक में था। गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का सरगना 49 वर्षीय मोहम्मद शकील सहित 34 वर्षीय मोहम्मद शफीक, 40 वर्षीय शम्शुल हसन और 36 वर्षीय दिलशाद शामिल हैं। इनके पास से बरामद मोबाइल फोन मुंबई पुलिस की पांच प्राथमिकी से जुड़े हैं।

डीसीपी विक्रम सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली थी कि यह गिरोह धार्मिक उत्सवों और भीड़भाड़ वाली जगहों को निशाना बनाता है। इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह की अगुवाई में एक विशेष टीम ने तकनीकी और मैनुअल इंटेलिजेंस का उपयोग कर हरिद्वार एक्सप्रेस ट्रेन में निगरानी शुरू की। मथुरा रेलवे स्टेशन से टीम ने ट्रेन में सवार होकर संदिग्धों पर नजर रखी और हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर चारों को धर दबोचा। बरामद 45 मोबाइल फोन में से 15 शकील, 12 शफीक, 10 शम्शुल और 8 दिलशाद के पास मिले।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह संगठित तरीके से कई मॉड्यूल्स में काम करता था। 4 सितंबर 2025 को ये नई दिल्ली से मुंबई गए और 6-7 सितंबर को जुहू चौपाटी व लालबागचा राजा शोभायात्रा में चोरी की। चोरी किए गए फोन नेपाल में बेचे जाने थे। गिरोह का सरगना शकील पिछले 13-14 साल से इस धंधे में था और पहले भी जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली की जेलों में बंद रह चुका है। अन्य आरोपी भी विभिन्न अपराधों में जेल जा चुके हैं।

डीसीपी ने बताया कि एसीपी सुनील श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में चले इस ऑपरेशन में एसआई संजय त्यागी, एएसआई विनय त्यागी, एचसी महताप सिंह, मोहित कुमार, तरुण, शिव राम, राय सिंह, कांस्टेबल दीपक और अनुप्रिया की टीम ने अहम भूमिका निभाई। बरामद मोबाइल फोन मुंबई के अग्रिपाड़ा और नागपाड़ा थानों में दर्ज पांच प्राथमिकी से जुड़े हैं। मुंबई पुलिस को सूचना दे दी गई है और वे आगे की कार्रवाई के लिए दिल्ली आ रही है। क्राइम ब्रांच गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

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