बाहरी दिल्ली में पुलिस ने लूट का खुलासा कर दो नाबालिग को हिरासत में लिया, तीन भगोड़े अपराधी भी जेल भेजे

नई दिल्ली: दिल्ली के मंगलपुरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने लूट के एक मामले को महज 12 घंटे में सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में दो नाबालिग अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और लूटी गई मोबाइल फोन बरामद की गई। इसके अलावा, बाहरी जिला पुलिस ने तीन भगोड़े अपराधियों को भी गिरफ्तार कर कानून के शिकंजे में लाने में कामयाबी हासिल की है।

मंगलपुरी लूट कांड सुलझा 

8 सितंबर को मंगलपुरी के काली माता मंदिर के पास एक व्यक्ति से तीन नाबालिगों ने लूटपाट की। शिकायतकर्ता ने बताया कि तीन अज्ञात लड़कों ने उसे पीछे से पकड़कर उसका मोबाइल फोन, डेटा केबल और 5,000 रुपये नकद लूट लिए। शिकायतकर्ता ने मौके पर ही एक नाबालिग को पकड़ लिया और उससे लूटा गया मोबाइल बरामद किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलपुरी थाने में बीएनएस की धारा 309(4)/3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई किशोर कुमार, एचसी परवीन और कांस्टेबल सुशील शामिल थे। इस टीम ने एसीपी मुरारी लाल की देखरेख में त्वरित कार्रवाई शुरू की।

नाबालिक से पूछताछ में उसके साथियों के नाम और ठिकानों का खुलासा हुआ। 9 सितंबर को पुलिस ने जीपी-ब्लॉक, मंगलपुरी में छापा मारकर दूसरे नाबालिग ‘सीसीएल एस’ को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार की और तीसरे साथी के पास लूटी गई नकदी होने की जानकारी दी। पुलिस अब तीसरे संदिग्ध की तलाश में जुटी है।

भगोड़े अपराधियों पर शिकंजा

बाहरी जिला पुलिस की प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर सेल ने भी तीन भगोड़े अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की। यह अभियान डीसीपी के मार्गदर्शन में चलाया गया। पीओ सेल की टीम, जिसमें एएसआई रणवीर और एचसी प्रदीप शामिल थे, ने तीन अलग-अलग ऑपरेशनों में तीन अपराधियों को धर दबोचा है।

सुल्तानपुरी निवासी 25 वर्षीय राहुल उर्फ जुद्दी रानी बाग थाने में दर्ज 2019 के एक मामले में वांछित था। उसे रोहिणी कोर्ट ने 9 सितंबर 2025 को भगोड़ा घोषित किया था। राहुल 10 से अधिक छिनतई और हथियार अधिनियम के मामलों में शामिल रहा है। उसे मंगलपुरी से गिरफ्तार किया गया।

भलस्वा डेयरी निवासी 28 वर्षीय अनिल आदर्श नगर थाने में दर्ज 2020 के एक मामले में वांछित था। उसे 23 जुलाई 2025 को रोहिणी कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था। अनिल छह से अधिक छिनतई के मामलों में शामिल रहा है। उसे भलस्वा डेयरी से गिरफ्तार किया गया।

झज्जर निवासी 31 वर्षीय मनीष उर्फ जुद्दी मंगलपुरी थाने में दर्ज 2022 के एक मामले में वांछित मनीष को 3 सितंबर 2025 को रोहिणी कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली से बाहर भाग गया था, लेकिन पुलिस ने उसे बहादुरगढ़, हरियाणा से पकड़ लिया।

डीसीपी सचिन शर्मा ने दोनों ऑपरेशनों की सफलता पर पुलिस टीम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई न केवल कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेगी, बल्कि जनता में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ाएगी। मंगलपुरी मामले में तीसरे संदिग्ध और लूटी गई नकदी की तलाश जारी है, जबकि भगोड़े अपराधियों के खिलाफ जांच को और गहरा किया जा रहा है। गिरफ्तार सभी भगोड़े अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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