पाकिस्तान के इशारे पर ‘खिलाफत’ और ‘गजवा-ए-हिंद’ की साजिश, 5 आतंकी पकड़े गए, बम बनाने की सामग्री और हथियार बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़े ऑपरेशन में पाकिस्तान समर्थित पैन-इंडिया आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी उम्र 20 से 26 साल के बीच है। ये आतंकी ‘खिलाफत’ और ‘गजवा-ए-हिंद’ की तर्ज पर दिल्ली-एनसीआर में हमले और टारगेट किलिंग की साजिश रच रहे थे। मुख्य सरगना झारखंड का अशहर दानिश है, जो पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था और ‘गजवा लीडर’ के नाम से सक्रिय था। इसके अलावा मुंबई के दो, तेलंगाना और मध्य प्रदेश के एक-एक आरोपी पकड़े गए। पुलिस ने बम बनाने की सामग्री, हथियार, कारतूस, लैपटॉप, मोबाइल और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं। कुल 11 लोग हिरासत में लिए गए, जिनमें से 5 की गिरफ्तारी हुई।

दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि यह मॉड्यूल ‘खिलाफत’ मॉडल पर काम कर रहा था, जिसका मकसद भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना था। अशहर दानिश, जो झारखंड के बोकारो/पेटरवार का रहने वाला है, उसने सोशल मीडिया और इनक्रिप्टेड ऐप्स के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाया। वह पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर ‘लश्कर’ नामक टीम बना रहा था। इसकी योजना एनजीओ के नाम पर जमीन हासिल कर बेस बनाना और दिल्ली-एनसीआर में बड़े हमले करना था। दानिश ने खुद को बाहरी दुनिया में ‘सीईओ’ और अपने समूह में ‘गजवा लीडर’ के तौर पर पेश किया।

पुलिस ने छापेमारी में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और हथियार बरामद किए। इसमें सल्फर पाउडर, सल्फ्यूरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम बाइकार्बोनेट, बॉल बेयरिंग, तांबे की चादरें, स्ट्रिप वायर, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट/मदरबोर्ड, पीएच चेकर, देशी पिस्तौल, जिंदा कारतूस, लैपटॉप, मोबाइल फोन और बम बनाने के नक्शे शामिल हैं। रांची में दानिश के ठिकाने से सबसे ज्यादा सामग्री मिली। ये सभी सामग्रियां स्वदेशी थीं, क्योंकि हैंडलर ने मॉड्यूल को आत्मनिर्भर रहने का निर्देश दिया था।

यह ऑपरेशन खुफिया सूचना के आधार पर शुरू हुआ, जिसमें झारखंड एटीएस और स्थानीय पुलिस ने भी सहयोग किया। दिल्ली, रांची, मुंबई, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में एक साथ छापेमारी की गई। कुल 11 लोग हिरासत में लिए गए, जिनमें से 5 को गिरफ्तार किया गया। बाकियों से पूछताछ जारी है। पुलिस अब सोशल मीडिया अकाउंट्स और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग की जांच कर रही है।

प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि मुख्य सरगना अशहर दानिश (20-26 साल, रांची) को “गजवा लीडर” और “सीईओ” के कोडनेम से जाना जाता था। वह पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था। रांची के इस्लामनगर से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। अन्य संदिग्धों में आफताब अंसारी (20-25 साल, ठाणे/मुंबई) और सुफियान अबुबकर खान (20-25 साल, मुंबई) शामिल हैं, जो दिल्ली में हथियार जुटाने के दौरान पकड़े गए। हुजैफा यामान (20-24 साल, निजामाबाद, तेलंगाना) भर्ती और लॉजिस्टिक्स में शामिल था, जबकि कमरान कुरैशी (20-25 साल, राजगढ़, मध्य प्रदेश) ने सामग्री जुटाने में सहयोग किया। कुशवाहा ने बताया कि यह एक बड़ा आतंकी हमला टल गया। मॉड्यूल का मकसद ‘गजवा-ए-हिंद’ के तहत भारत में अस्थिरता फैलाना था। मामले की जांच जारी हैं।

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