फरीदाबाद में साइबर ठगों पर पुलिस का कड़ा प्रहार, चार मामलों में 30 लाख की ठगी का पर्दाफाश, चार आरोपी गिरफ्तार

फरीदाबाद: फरीदाबाद पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज करते हुए चार अलग-अलग मामलों में चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन मामलों में शेयर ट्रेडिंग, गुम हुए फोन, एलआईसी एजेंट बनकर और क्रेडिट कार्ड रिडीम पॉइंट्स के नाम पर कुल 30,13,511 रुपये की ठगी की गई। पुलिस उपायुक्त (साइबर क्राइम) अभिषेक जोरवाल के मार्गदर्शन में साइबर थाना सेंट्रल, एनआईटी और बल्लभगढ़ की टीमें लगातार ठगों के जाल को तोड़ने में जुटी हैं। इन कार्रवाइयों से न केवल पीड़ितों को न्याय की उम्मीद जगी है, बल्कि साइबर अपराधियों में भी खौफ पैदा हुआ है।

शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 25.67 लाख की ठगी

साइबर थाना सेंट्रल ने इस्माइलपुर, फरीदाबाद निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 25,67,000 रुपये की ठगी के मामले में आकाश कुमार (52), निवासी चंद लोक कॉलोनी, अलीगंज, लखनऊ, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया। पीड़ित ने बताया कि फेसबुक पर सर्फिंग के दौरान एक ट्रेडिंग विज्ञापन देखकर उसने लिंक पर क्लिक किया, जिसके बाद वह एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हुआ। ठगों ने उसे ब्लिंकएक्स नामक ऐप डाउनलोड करवाकर अकाउंट खोलने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद विभिन्न ट्रांजेक्शनों के जरिए पीड़ित ने 25,67,000 रुपये ठगों के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उसे कोई राशि नहीं मिली।

पुलिस जांच में पता चला कि आकाश कुमार ने अपना बैंक खाता ठगों को उपलब्ध कराया था, जिसमें ठगी के 2 लाख रुपये आए थे। साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने तकनीकी जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर आकाश को लखनऊ से गिरफ्तार किया। उसे माननीय अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, ताकि ठगी के नेटवर्क और अन्य आरोपियों तक पहुंचा जा सके। इस मामले में पहले पांच अन्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, और पुलिस ठगों के पूरे गिरोह को उजागर करने के लिए जांच को और गहरा कर रही है।

गुम हुए फोन से 1.75 लाख की चोरी 

साइबर थाना एनआईटी ने बल्लभगढ़ के पंजाबी वाडा निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विकास सिंह, निवासी बदरपुर, दिल्ली को गिरफ्तार किया। पीड़ित ने बताया कि 21 जून को उसका फोन गुम हो गया था। नई सिम लेकर जब उसने अपने बैंक खाते का बैलेंस चेक किया, तो पाया कि किसी ने उसके खाते से 1,75,010 रुपये निकाल लिए। साइबर थाना एनआईटी ने तकनीकी जांच के आधार पर विकास सिंह को हिरासत में लिया।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि विकास के भतीजे आसार ने पीड़ित के गुम हुए फोन का दुरुपयोग कर पैसे विकास के खाते में ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने विकास को माननीय अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस अब आसार की तलाश में जुटी है, ताकि इस ठगी के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।

एलआईसी एजेंट बनकर 54,000 रुपये की ठगी

साइबर थाना एनआईटी ने सेक्टर-21D, फरीदाबाद निवासी एक महिला की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए खालिद, निवासी गांव ककराला, डीग, राजस्थान को गिरफ्तार किया। महिला ने बताया कि उसे एक फोन कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को एलआईसी एजेंट बताकर पॉलिसी की किस्त पेंडिंग होने का झांसा दिया। कॉलर ने दावा किया कि पीड़िता के पति ने उसका नंबर दिया है और 5,000 रुपये की किस्त जमा करने को कहा। पीड़िता ने 5,000 रुपये कॉलर के बताए नंबर पर ट्रांसफर किए, लेकिन कुछ ही देर बाद उसके खाते से 49,000 रुपये और कट गए, जिससे कुल 54,000 रुपये की ठगी हुई।

जांच में पता चला कि खालिद अपने साथी से बैंक खातों के नंबर प्राप्त करता था और उन खातों के लेन-देन को संभालता था। पेशे से जेसीबी चालक खालिद ने ठगी के इस नेटवर्क में अहम भूमिका निभाई। उसे अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस उसके साथी और अन्य संलिप्त लोगों की तलाश में जुटी है।

 क्रेडिट कार्ड पॉइंट्स के नाम पर 2.21 लाख की ठगी

साइबर थाना बल्लभगढ़ ने सेक्टर-10, फरीदाबाद निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कपिल (24), निवासी रामनगर, शहादरा, दिल्ली को गिरफ्तार किया। पीड़ित ने बताया कि 16 अप्रैल को उसे एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने क्रेडिट कार्ड पर रिडीम पॉइंट्स को नकदी में बदलने का लालच दिया। कॉलर ने व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा, जिसमें पीड़ित से क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स मांगी गईं। लिंक पर जानकारी भरने के बाद पीड़ित के खाते से 2,21,501 रुपये कट गए।

पुलिस जांच में सामने आया कि कपिल दिल्ली में फोन और लैपटॉप की दुकान चलाता है। उसने ठगों से सस्ते दामों पर फोन खरीदकर उन्हें आगे बेचा। साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कपिल को गिरफ्तार किया और उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।

पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा, “अनजान कॉल, लिंक या ऐप्स पर भरोसा न करें। कोई भी वित्तीय जानकारी साझा करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांच लें। साइबर ठगी की शिकायत तुरंत 1930 पर कॉल कर या ऑनलाइन दर्ज करें।” फरीदाबाद पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर ठगों में हड़कंप मच गया है। पुलिस अब इन मामलों में अन्य संलिप्त लोगों की तलाश में गहन जांच कर रही है, ताकि ठगी के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके।

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