डीयू के छात्रों की गर्जना: एबीवीपी ने निकाली विशाल रैली, छात्रवृत्ति से प्लेसमेंट तक गिनाई समस्याएं

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के उत्तरी और दक्षिणी परिसरों में मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेतृत्व में “छात्र गर्जना” रैली ने जोरदार हुंकार भरी। सैकड़ों छात्रों ने इस रैली में शिरकत कर विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने अपनी समस्याएं पुरजोर तरीके से रखीं। रैली का उद्देश्य डीयू प्रशासन को छात्रों की लंबित मांगों की ओर ध्यान खींचना और त्वरित समाधान की मांग करना था।

एबीवीपी ने रैली के माध्यम से कई अहम मुद्दों को उठाया, जिनमें एक पाठ्यक्रम-एक शुल्क नीति लागू करना, एससी/एसटी/ओबीसी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, सभी कॉलेजों में मनोवैज्ञानिक और स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति, विश्वविद्यालय स्तर पर प्लेसमेंट सेल की स्थापना, छात्रों के लिए रियायती मेट्रो पास, छात्राओं के लिए एनसीसी की सुविधा, अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए विशेष सप्लीमेंट्री परीक्षा और प्राइवेट हॉस्टल मालिकों के साथ समन्वय समिति का गठन शामिल है।

रैली में डीयू छात्रसंघ के संभावित उम्मीदवार आर्यन मान, भूमिका चौहान, दीपिका झा, इशू मौर्य, कुणाल चौधरी, लक्ष्यराज सिंह, गोविंद तंवर और यश डबास ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन नेताओं ने छात्रों की मांगों को बुलंद करते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।

एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने कहा, “डीयू के दोनों परिसरों में छात्रों ने एबीवीपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी आवाज उठाई है। हम सालभर छात्रहितों के लिए संघर्ष करते हैं। आज की रैली इसका प्रमाण है। प्रशासन को जल्द से जल्द छात्रों की समस्याओं का समाधान करना होगा।”

एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा, “छात्र गर्जना रैली डीयू के हजारों छात्रों की एकजुट आवाज है। देश के इस प्रतिष्ठित संस्थान में बुनियादी सुविधाओं जैसे शुद्ध पेयजल, स्त्री रोग विशेषज्ञ और पर्याप्त ढांचे की कमी चिंताजनक है। प्रशासन को इन मांगों पर तुरंत कदम उठाने होंगे। एबीवीपी तब तक संघर्ष जारी रखेगी, जब तक छात्रों की सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।”

रैली में शामिल छात्रों ने बताया कि बुनियादी सुविधाओं की कमी और प्रशासन की उदासीनता से उनका शैक्षणिक जीवन प्रभावित हो रहा है। एक छात्र ने कहा, “हॉस्टल शुल्क से लेकर मेट्रो पास तक, हर कदम पर हमें परेशानी का सामना करना पड़ता है। हमारी मांगें जायज हैं और इन्हें अनसुना नहीं किया जा सकता।”

डीयू प्रशासन ने अभी तक रैली या मांगों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

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