दुबई से कोड, दिल्ली में चोरी, मुरथल में पुलिस पर हमला, एएटीएस ने तोड़ा लग्जरी कार चोरी का रैकेट

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (एएटीएस) और रंजीत नगर थाने की संयुक्त टीम ने एक रोमांचक ऑपरेशन में अंतरराज्यीय वाहन चोरी के कुख्यात अपराधी अमनदीप सिंह को गिरफ्तार किया है। अमृतसर के छेहरटा का निवासी 42 वर्षीय यह अपराधी को एक चोरी की लग्जरी फॉर्च्यूनर कार के साथ हरियाणा के मुरथल में धर लिया गया। पुलिस ने 100 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद उसे पकड़ा, जिसमें उसने पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाकर जानलेवा हमला करने की कोशिश की। इस ऑपरेशन में चार लग्जरी कारें बरामद की गईं और पांच आपराधिक मामले सुलझाए गए।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि 29 जुलाई को शुरू हुआ, जब पांडव नगर के गिरधारी मार्ग, डीडीए फ्लैट्स के पास खड़ी एक टोयोटा इनोवा कार चोरी की शिकायत रंजीत नगर थाने में दर्ज की गई। इसके आधार पर धारा 305(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। तकनीकी निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने अमनदीप सिंह को मुख्य संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया, जो एक संगठित वाहन चोरी गिरोह का सक्रिय सदस्य है।

डीसीपी ने बताया कि 11 अगस्त की रात, पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अमनदीप एक चोरी की टोयोटा फॉर्च्यूनर कार को दिल्ली से पंजाब ले जा रहा है। इसके बाद, एएटीएस और रंजीत नगर थाने की संयुक्त टीम ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। ऑपरेशन का नेतृत्व एसीपी सुलेखा जागरवार और एएटीएस प्रभारी इंस्पेक्टर रघुवीर, ने किया। टीम ने अमनदीप का पीछा दिल्ली से शुरू किया और लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय कर हरियाणा के मुरथल टोल तक पहुंची। यहां पुलिस ने फॉर्च्यूनर को घेर लिया, लेकिन अमनदीप ने गाड़ी को तेजी से पुलिसकर्मियों पर चढ़ाने की कोशिश की, जिससे उनकी जान को गंभीर खतरा पैदा हुआ। इसके बाद वह गाड़ी छोड़कर पास के खेतों में भाग गया। पुलिस ने घंटों तक खेतों में तलाशी और घेराबंदी की, और अंततः उसे गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के लिए मुरथल थाने में धारा 221/132/109(1) बीएनएस के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की गई।

जांच में खुलासा हुआ कि अमनदीप एक संगठित अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा है, जो ऑटोमैटिक और पुश-स्टार्ट लग्जरी कारों की चोरी में माहिर है। चोरी से पहले, गिरोह के सदस्य कार के पीछे के शीशे पर लगे होलोग्राम की तस्वीर लेते हैं, जिसमें कार की सुरक्षा प्रणाली का यूनिक कोड होता है। यह तस्वीर दुबई में बैठे एक तकनीकी विशेषज्ञ को भेजी जाती है, जो सुरक्षा प्रणाली को अनलॉक कर एक नया कोड जनरेट करता है। इसके बाद, गिरोह के सदस्य कार का शीशा तोड़कर इस नए कोड का उपयोग कर गाड़ी स्टार्ट करते हैं और उसे लेकर फरार हो जाते हैं। अमनदीप का इस गिरोह में मुख्य काम चोरी की लग्जरी कारों को दिल्ली से पंजाब पहुंचाना था। मुरथल में पकड़े जाने के दौरान वह एक ऐसी ही चोरी की फॉर्च्यूनर कार ले जा रहा था।

पुलिस ने अमनदीप की गिरफ्तारी के समय चोरी की फॉर्च्यूनर कार बरामद की। उसकी निशानदेही पर पंजाब से दो क्रेटा और एक किआ सेल्टोस कार भी बरामद की गईं। इस ऑपरेशन से पांच आपराधिक मामले सुलझाए गए, अमनदीप सिंह एक कुख्यात अपराधी है, जो पहले से ही दिल्ली में वाहन चोरी, जालसाजी और धोखाधड़ी के नौ मामलों में शामिल रहा है। इनमें रानी बाग, सागर पुर, पंजाबी बाग, नारायणा, मॉडल टाउन, और अंबेडकर नगर जैसे थानों में दर्ज मामले शामिल हैं। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सहयोगियों, रिसीवरों और चोरी की कारों के खरीदारों की तलाश में जुटी है।

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