बेटियों के लिए ससुर का कत्ल! आगरा की बबली के इंतकाम की दर्दनाक कहानी, प्रेमी संग मिलकर तोड़ दी सारी हदें

राष्ट्रीय जजमेंट 

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में जेल की चारदीवारी से शुरू हुआ इश्क एक बेहद खौफनाक अंजाम पर पहुंच गया। अपने ही पति की हत्या के इल्जाम में जेल काटकर बाहर आई महिला को ये पंसद नहीं था कि उसकी दोनों बेटियों की परवरिश ससुराल में हो। दूसरी तरफ, अपना बेटा खो चुके दादा को अपनी दोनों पोतियों की फिक्र थी और वो उन्हें साथ रखना चाहते थे। और आखिरकार, एक दिन दादा की लाश बाजरे के खेत में मिली। तहकीकात हुई तो पता चला कि हत्या उनकी अपनी बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की है। कातिल बहू ने पूछताछ में अपनी वो प्रेम कहानी भी बताई, जो जेल में शुरू हुई थी।

रिश्तों के कत्ल की ये दर्दनाक कहानी शुरू होती है साल 2019 से, जब आगरा के एत्मादपुर में गांव अगवार के रहने वाले हरिओम नाम के आदमी की हत्या हो गई। परिवार ने आरोप हरिओम की पत्नी बबली पर लगाया और पुलिस ने उसके ऊपर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। जेल में रहने के दौरान ही बबली की मुलाकात प्रेम सिंह नाम के शख्स से हुई। प्रेम सिंह का पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड था और साल 2016 में वह दुष्कर्म के मामले में जेल भेजा गया था।पार्लर में मसाज करा रही थी महिला, लड़के ने बनाया वीडियो, उसके बाद जो हुआ, वो आपको हैरान कर देगा
कुछ वक्त बाद प्रेम सिंह को जमानत मिली, लेकिन जेल से बाहर आते ही उसने अपनी एक शादीशुदा प्रेमिका के पति की हत्या कर दी। उसे फिर से जेल भेजा गया, लेकिन बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया। क्रिमिनल रिकॉर्ड अकेले प्रेम सिंह का नहीं था, बल्कि उसके कुछ और रिश्तेदार भी जेल में बंद थे। रिश्तेदारों से मिलने के लिए वह अक्सर जेल जाता था, जहां उसकी दोस्ती फिरोजाबाद की एक महिला से हो गई, जो खुद सलाखों के पीछे थी।
दोस्ती, जमानत और इश्क
अपने पति की हत्या की इल्जाम में जेल काट रही बबली का भी फिरोजाबाद की इस महिला से गहरा याराना था। पति की हत्या की वजह से बबली के अपने परिवार के लोग ही उसके खिलाफ हो गए थे। ऐसे में अपनी जमानत के लिए उसने इस सहेली से कहा और सहेली ने बबली की मुलाकात प्रेम सिंह से कराई। उसने प्रेम सिंह से कहा कि अगर वो उसकी जमानत करा देगा तो बबली उसके साथ शादी कर लेगी।

करीब 11 महीने पहले प्रेम सिंह ने किसी तरह बबली को जमानत दिला दी। लगभग 5 साल 4 महीने जेल में रहने के बाद बबली जब बाहर आई तो कुछ दिन अपनी दोनों बेटियों के साथ ससुराल में ही रही। उसकी बड़ी बेटी 17 साल और छोटी 16 साल की है। बाद में बबली ने किराए का एक कमरा लिया और दोनों बेटियों के साथ ससुराल छोड़कर चली गई। बबली के ससुराल छोड़ने के पीछे भी एक बड़ी वजह थी।
ससुराल में क्यों नहीं रहना चाहती थी बबली?
दरअसल, बबली के ऊपर जब पति की हत्या का आरोप लगा तो उसके 8 साल के बेटे ने खुदकुशी कर ली थी। लेकिन, बबली को लगता था कि उसके बेटे को ससुराल वालों ने मारा है और मन ही मन उसके अंदर एक रंजिश थी। इसी वजह से, बबली अपनी दोनों बेटियों के साथ ससुराल में नहीं रहना चाहती थी। इधर, बबली के ससुर 70 वर्षीय राजवीर को अपनी दोनों पोतियों की फिक्र थी और चाहते थे कि वे अपने दादा-दादी के साथ रहें।
राजवीर को ये बात भी पता थी कि बबली के प्रेम संबंध किसी और शख्स से हैं। इसीलिए, उन्होंने पुलिस अधिकारियों से गुहार भी लगाई कि दोनों पोतियों को उनके साथ रहने दिया जाए। दोनों बेटियों को लेकर बबली का अक्सर अपने ससुर से विवाद होता था। जब विवाद बढ़ने लगे तो उसने ये बात अपने प्रेमी से बताई और दोनों ने तय किया कि राजवीर को मारकर इस मुश्किल से हमेशा-हमेशा के लिए छुटकारा पा लिया जाए।
पोतियों के लिए खाना छोड़कर आए थे राजवीर
बुधवार, 13 अगस्त को बबली ने अपने ससुर राजवीर को बातचीत के लिए बुलाया। राजवीर उस वक्त खाना खा रहे थे, लेकिन जैसे ही बबली का फोन आया वो घर से निकल पड़े और फिर कभी लौटकर नहीं आए। अगले दिन 14 अगस्त की सुबह 8 बजे राजवीर की लाश आगरा के बमरौली कटारा गांव में बाजरे के खेत में मिली। उनकी हत्या गला घोंटकर की गई थी।
पुलिस ने आसपास के थानों में तस्वीर भेजकर छानबीन शुरू की तो पता चला कि यह लाश एत्मादपुर के रहने वाले राजवीर की है। राजवीर की पत्नी मुन्नी देवी ने लाश की शिनाख्त की और बताया कि एक दिन पहले उनके पास बहू बबली का फोन आया था। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार की रात को ही बबली और उसके प्रेमी को पकड़ लिया। पुलिस की गिरफ्त में आते ही दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। बबली और प्रेम सिंह ने मिलकर राजवीर की हत्या कर, लाश को खेतों में फेंका था।

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