पुल प्रहलादपुर थाना पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस सुलझाया, दो आरोपी धरे गए

नई दिल्ली: दिल्ली के दक्षिण-पूर्व जिले की पुल प्रहलादपुर थाना पुलिस ने एक सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। करनी सिंह शूटिंग रेंज रोड पर मिले एक अज्ञात शव की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने दो आरोपियों, गौरव उर्फ मुल्ली और वेंकटेश उर्फ राजा को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल ऑटो-रिक्शा और हत्या में प्रयुक्त बेल्ट व प्लास्टिक की रॉड भी बरामद कर ली गई है।

11 जुलाई को सुबह 11:30 बजे सूरजकुंड रोड पर एक बेहोश व्यक्ति के पड़े होने की पीसीआर कॉल मिली। एक केला विक्रेता ने सूरजकुंड रोड के किनारे एक व्यक्ति को बेहोश देखा, जिसकी पहचान बाद में करनी सिंह शूटिंग रेंज रोड, पुल प्रहलादपुर के पास के रूप में हुई। पुलिस मौके पर पहुंची और वहां एक पुरुष का शव बरामद किया। मृतक की पहचान शुरू में नहीं हो सकी, जिसके बाद पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए कमर कस ली।

दक्षिण-पूर्व जिले की पुलिस ने 12 टीमें गठित कीं। एमबी रोड, सूरजकुंड रोड और संगम विहार रोड के आसपास के 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। इसके बाद रामपुरा के फिंगरप्रिंट ब्यूरो की मदद से मृतक की पहचान राकेश (35 वर्ष) निवासी अंबेडकर कैंप, मदनगीर के रूप में हुई। राकेश पेंटर का काम करता था। पोस्टमॉर्टम के बाद, 1 अगस्त को थाना पुल प्रहलादपुर में धारा 103(1)/238(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।

एसीपी बदरपुर रामफूल मीणा की देखरेख में और इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने जांच शुरू की। इस टीम में इंस्पेक्टर सुनील चंदौलिया, एसआई शमशेर, हवलदार जितेंद्र, सिपाही किशन और सिपाही नवरंग शामिल थे। पुलिस ने मदनगीर इलाके की सीसीटीवी फुटेज का गहन विश्लेषण किया। एक फुटेज में मृतक राकेश द्वारा पहनी गई शर्ट पहने एक व्यक्ति दिखा, जिसकी पहचान गौरव उर्फ मुल्ली के रूप में हुई। पूछताछ में गौरव ने खुलासा किया कि राकेश को वेंकटेश उर्फ राजा ने अपने घर की पहली मंजिल पर पीटा था।

पुलिस ने वेंकटेश के घर पर छापा मारा और एक चश्मदीद, ऋतिक दिवाकर उर्फ चीता से पूछताछ की। ऋतिक ने बताया कि वेंकटेश और गौरव ने राकेश को बेल्ट, प्लास्टिक की रॉड, मुक्कों और लातों से पीटा और उसका सिर दीवार पर मारा। तकनीकी साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल ऑटो-रिक्शा, हत्या में प्रयुक्त बेल्ट और प्लास्टिक की रॉड बरामद की गई।

पुलिस पूछताछ में पता चला कि वेंकटेश को शक था कि राकेश के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। इसके अलावा, राकेश ने राजा से लिए पैसे नहीं लौटाए थे। इन दोनों कारणों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More