कृषि में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा: एग्रीविजन का 9वां राष्ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में सम्पन्न

नई दिल्ली: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा.कृ.अनु.प.) के नास कॉम्प्लेक्स में आयोजित दो दिवसीय “एग्रीविजन” का 9वां राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। “सशक्त युवा – समृद्ध कृषि: कौशल, नवाचार एवं उद्यमिता” थीम पर आधारित इस सम्मेलन में देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों के छात्रों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और नीति-निर्माताओं ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में कृषि को आत्मनिर्भर, तकनीक-सक्षम और रोजगारोन्मुख बनाने पर गहन विचार-विमर्श हुआ।

उद्घाटन सत्र में भा.कृ.अनु.प. के महानिदेशक डॉ. मांगी लाल जाट ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा, “कृषि को नवाचार और तकनीक आधारित भविष्य के रूप में देखने की जरूरत है। युवाओं की ऊर्जा और कौशल से कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव संभव है।” अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक ने जोर देकर कहा कि युवाओं को कृषि प्रबंधन, विपणन और उद्यमिता में नेतृत्व करना होगा। सत्र में डॉ. पी.एस. पाण्डेय, डॉ. ए.के. सिंह, डॉ. अनुपम मिश्रा, एग्रीविजन के राष्ट्रीय संयोजक मनीष फाटे और अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री क्षमा शर्मा भी उपस्थित रहीं।

सम्मेलन के दूसरे दिन स्टार्टअप संस्कृति, जलवायु-अनुकूल खेती, डिजिटल कृषि और जैविक उत्पादन जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र और पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं। अभाविप के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री देवदत्त जोशी ने समापन सत्र में कहा, “युवा कृषि का वर्तमान हैं। नवाचार, तकनीक और स्थानीय समाधानों के साथ आत्मनिर्भर कृषि का सपना साकार हो सकता है।”

एग्रीविजन का यह मंच युवाओं को कृषि क्षेत्र में नेतृत्व और नवाचार के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सम्मेलन ने कृषि के भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने का संकल्प दोहराया।

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