संदेशखाली की महिलाओं के साथ हुई भयावह घटनाओं पर एआईबीए ने ममता बनर्जी को लिखा पत्र
नई दिल्ली: ऑल इंडिया बार एसोसिएशन (एआईबीए) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और हिंसा की भयावह घटनाओं के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग के बारे में आगाह किया है। एआईबीए के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ.आदिश अग्रवाल ने भी इस घटना और पश्चिम बंगाल पुलिस और अधिकारियों के दोषियों को न पकड़ने और अधूरी जांच करने के ढुलमुल रवैये की निंदा की है।
डॉ.अग्रवाला ने कहा की हमें संदेशखाली के पीड़ितों की भयावह गवाही के बारे में सुनकर दुख हुआ है और हमने मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। हमने मुख्यमंत्री को भी आगाह किया है कि वह सुनिश्चित करें कि राज्य “जंगल राज” में न बदल जाए, अन्यथा हमे राष्ट्रपति शासन की मांग करनी होगी।
एआईबीए की ओर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में इस घटना की निंदा की गई है। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ अत्याचार की खबरों ने देश को सदमे और भारी दुःख में छोड़ दिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग जैसे वैधानिक निकायों द्वारा दर्ज की गई पीड़ितों की गवाही से उन भयावहताओं का पता चला है जिनका महिलाओं को यौन उत्पीड़न के रूप में सामना करना पड़ा है। हम महिलाओं के बारे में बहुत दुख और पीड़ा महसूस करते हैं और चाहते हैं कि उन्हें न्याय मिले। राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते आप इस मामले को तुरंत देखेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि इन जघन्य कृत्यों में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तरी परगना क्षेत्र के संदेशखाली गांव की महिलाएं आगे आकर आरोप लगा रही हैं कि स्थानीय टीएमसी के एक प्रमुख व्यक्ति शाजहान शेख अपने समर्थकों के साथ जमीन पर कब्जा करने में लगे हुए हैं और दबाव में उनका यौन उत्पीड़न किया है। कथित तौर पर उनसे जुड़े एक समूह ने भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में उनके परिसर पर छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया था, जिसके बाद शाजहान शेख अधिकारियों से बच गए थे।
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