नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट थाना की पुलिस ने काफी समय से फरार चल रहे राजस्थान मूल के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी को इंटरनेशनल फेक वीजा के मामले में पुलिस को तलाश थी। क्योंकि उसने एक शख्स को 1.20 लाख रुपए में सिंगापुर का फर्जी वीजा बनवाकर दिया था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान 33 वर्षीय सुनील लूणा निवासी नागौर, राजस्थान के रूप में हुई है।
आईजीआई एयरपोर्ट डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि 2021 में दर्ज चीटिंग केस में पुलिस को आरोपी सुनील लूणा की तलाश थी। आरोपी ने विदेश भेजने के लिए 1.20 लाख रुपए लेकर सिंगापुर का फर्जी वीजा बनवाकर दीया था। असम का रहने वाला अकमल हुसैन नाम का शख्स को 22 सितंबर की रात दुबई से वापस भारत भेज दिया गया था। वापस आने पर एयरपोर्ट पुलिस ने अकमल गिरफ्तार कर लिया था। अकमल ने पूछताछ में बताया कि सुनील लूणा नाम के एक एजेंट से 1.2 लाख रुपए वीजा में बनवाया था। उस समय से पुलिस एजेंट ढूंढ रही थी। पर वह बार बार अपना ठिकाना बदल रहा था। आखिरकार फरार एजेंट सुनील लूना को दिल्ली में उसके एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पहले फ्रीलांस वीडियोग्राफर के रूप में काम करता था। वे खुद यूएस या यूके में सेटल होने की जुगाड़ में लगा था। लेकिन पैसे की कमी के कारण ऐसा कर नहीं पा रहा था। इसलिए उसने दूसरे रास्ते से पैसा कमाने के लिए चीटिंग की शुरुआत की और उसने 1.20 लाख रूपए लेकर फर्जी वीजा दिया था। मामले में अन्य एजेंट की संलिप्तता का पता लगाने और सुनील के बैंक खातों की जांच करने का प्रयास किया जा रहा है। मामले की जांच जारी है।
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