राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज
उच्चतम न्यायालय ने असंतोषजनक प्रदर्शन के कारण मध्य प्रदेश सरकार द्वारा छह महिला सिविल न्यायाधीशों की सेवाएं समाप्त कर दिये जाने का शुक्रवार को संज्ञान लिया और संबंधित उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया। न्यायालय ने बर्खास्त न्यायिक अधिकारियों को भी नोटिस जारी किये और उन्हें अपना पक्ष रिकॉर्ड पर रखने को कहा।
न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना और न्यायमूर्ति संजय करोल की पीठ ने अपने आदेश में कहा कि प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने मामले का संज्ञान लिया है। इस मामले को रिट याचिका मानने का निर्णय लिया गया है। पीठ ने इस मामले में सहायता के लिए अधिवक्ता गौरव अग्रवाल को न्यायमित्र नियुक्त किया है।
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